सीतामढ़ीः बिहार के सीतामढ़ी में बच्चों की तबीयत खराब हो गई. शनिवार को सभी बच्चों को स्कूल में कृमि की दवा खिलाई गई थी. करीब 150 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बच्चों के परिजनों ने स्कूल प्रबंधक पर लापरवाही का आरोप लगाया है. कहा कि बच्चों को लगातार तीन खुराक खिला दी गई, जिससे तबीयत बिगड़ गई.
सीतामढ़ी में बच्चे बीमारः मामला जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय जबाबीपुर का है. बताया जाता है कि 150 बच्चों में 20 बच्चे दवा खाने के बाद विद्यालय में बेहोश होने लगे. इसके बाद विद्यालय में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. घटना को गंभीरता से लेते हुए शिक्षकों के द्वारा बच्चों को प्राथमिक उपचार के लिए सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डुमरा में भर्ती कराया गया. 20 बच्चों को सदर अस्पताल रेफर किया गया है.
प्रबंधक पर लापरवाही का आरोपः बच्चों के बीमार होने की खबर सुनते ही दर्जनों की संख्या में अभिभावक अस्पताल में पहुंच गए. इस दौरान स्कूल प्रबंधक पर लापरवाही का आरोप लगाया. कई अभिभावकों ने हंगामा भी किया लेकिन समझा बुझाकर शांत कराया गया. सभी बच्चों का इलाज किया जा रहा है. एक बच्चे के अभिभावक पिंटू कुमार ने बताया कि सभी को लगातार तीन खुराक खिला दी गई जिससे तबीयत बिगड़ गई.
"बैक टू बैक तीन दवा खिला दिया गया है जिससे बच्चों की तबीतय बिगड़ गई है. 150 के आसपास बच्चे बीमार हुए हैं. स्कूल प्रबंधक के द्वारा लापरवाही की गई है. दवा खिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से ट्रेंड व्यक्ति को भेजना चाहिए था." -पिंटू कुमार, अभिभावक
20 बच्चे बेहोश हो गएः स्कूल के शिक्षक प्रेमनाथ ने बताया कि शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विद्यालय में एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जा रही थी. एक डेढ़ घंटे बाद तकरीबन 20 बच्चों के पेट में दर्द होने लगा और उल्टी आने लगी. सिर में भी दर्द हो रहा था. 20 बच्चे बेहोश भी हो गए. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. कुछ को पीएचसी में लाया गया है तो कुछ को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
"बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक खिलायी गई थी. दवा खाने के बाद तबीयत बिगड़ने लगी. इसे देखते हुए बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सभी बच्चों का इलाज किया जा रहा है." -प्रेमनाथ, शिक्षक
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