कैमूर: बिहार के कैमूर से बड़ी खबर आ रही है, जहां स्कूल की छुट्टी होने के बाद बच्चों ने चिरौंजी का फल समझ कर जंगली विषाक्त फल के बीज खा लिया. जिसे खाने से सभी बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी. ग्रामीणों ने तत्काल भभुआ सदर अस्पताल लाया जहां सभी का इलाज चल रहा है. सूचना पर पहुंचे डीएम सावन कुमार और एसपी ललित मोहन शर्मा ने सभी बच्चों का हाल जाना. मौके पर सिविल सर्जन मीना कुमारी के नेतृत्व में चार डॉक्टर मिलकर बच्चों का इलाज कररहे हैं.
20 से ज्यादा बच्चों की तबीयत खराब: सभी बच्चे खतरे से बाहर है. मामला जिले के भगवानपुर थाना के कोसडीहरा न्यू प्राथमिक विद्यालय के बच्चों का है. बताया जा रहा है कि स्कूल में छूटी होने के बाद पास के झाड़ी में चिरौंजी और बादाम, बैर समझ कर किसी जंगली विषाक्त फल के बीज को बच्चों ने खा लिया. इसे खाते ही तीन से चार बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी. जिसके बाद धीरे-धीरे 20 से ज्यादा बच्चों को उल्टी और दस्त शुरू हो गई. सूचना पर डीएम और एसपी ने भी पहुंचकर सभी का हाल जाना.
"स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चे स्कूल के पास झाड़ी में चिरौंजी, बादाम समझकर जंगली बीज खाने लगें. वो खाने में मीठा था पर सभी को अचानक उल्टी दस्त होने लगा. जिसके बाद तत्काल सभी बच्चों को भभुआ सदर अस्पताल लाया गया, जहां सभी का इलाज किया जा रहा है, सभी बच्चों की उम्र 10 साल से कम है."-रवि कुमार, परिजन
सभी बच्चों का चल रहा इलाज: वहीं कैमूर डीएम सावन कुमार ने बताया कि सूचना मिली कि भगवानपुर थाना क्षेत्र के कोसडीहरा गांव में स्कूल से लौटते समय बच्चों ने चिरौंजी का फल समझ कर किसी जंगली विषाक्त फल का बीज खा लिया है, जिससे सभी की तबीयत बिगड़ गई है. इलाज के बाद सभी बच्चों को घर पहुंचाया जाएगा, फिलहाल वो खतरे से बाहर हैं.
"सभी बच्चों को भभुआ सदर अस्पताल लाया गया है, जहां डॉक्टरों द्वारा सभी का इलाज किया जा रहा है. फिलहाल सभी बच्चे ठीक हैं. इलाज के बाद सभी बच्चों को उनके घर छोड़ा जाएगा, सिविल सर्जन मीना कुमारी के नेतृत्व में चार डॉक्टर मिलकर बच्चो का इलाज कर रहे हैं."-सावन कुमार, डीएम, कैमूर
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