बांका: बिहार के बांका में लगातार फूड प्वाइजनिंग के मामले सामने आ रहे हैं. इस बार अमरपुर क्षेत्र के चौखट गांव में फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने से छह बच्चे की स्थिति गंभीर बनी हुई है. परिजनों की मदद से सभी बच्चों को उपचार के लिए रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने बच्चों का प्राथमिक उपचार कर गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए मायागंज भागलपुर रेफर कर दिया है.
फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए आधा दर्जन लोग: फूड प्वाइजनिंग की वजह से बीमार हुए लोगों में राजेश मांझी का 12 वर्षीय पुत्र लड्डू कुमार, पांच वर्षीय पुत्री सपना कुमारी शामिल है. वहीं पिंटू मांझी का 12 वर्षीय पुत्र गोपाल कुमार, अजय मांझी की पांच वर्षीय पुत्री रबीना कुमारी, बारह वर्षीय पुत्री गंगिया कुमारी और उर्मिला देवी शामिल है. सभी का मायागंज भागलपुर में इलाज किया जा रहा है.
आधी रात को शुरू हुई उल्टी और दस्त की शिकायत: बच्चों के परिजनों ने बताया कि रविवार की रात बच्चे केन्दुआर गांव में दुर्गा पूजा का मेला देखने गए थे. जहां से लौटने पर घर में भोजन कर सभी बच्चे सो गए. रात करीब 1 बजे सभी बच्चों को उल्टी और दस्त की शिकायत शुरू हो गई. आनन-फानन में बच्चों को उपचार के लिए पास के प्राइवेट क्लिनिक ले जाया गया, जहां बच्चों की स्थिति ज्यादा बिगड़ गई. डॉक्टर ने बच्चों को बेहतर इलाज के लिए रेफरल अस्पताल रेफर कर दिया है.
"बच्चे बीते कल मेला देखने गए थे, वहां से आने के बाद वो घर पर खाना खाकर सो गए. आधी रात से सभी को उल्टी और दस्त की शिकायत शुरू हो गई. जिसेक बाद इलाज के लिए अस्पताल लाया गया."-परिजन
क्या कहते हैं डॉक्टर?: रेफरल अस्पताल में बच्चों का उपचार कर रहे डॉक्टर अपूर्व अमन सिंह ने बताया कि सभी बच्चों में फुड प्वाजनिंग की शिकायत थी. डॉक्टरो ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि शायद बच्चों ने मेले में बासी भोजन खा लिया होगा, जिससे कि बच्चों की तबियत बिगड़ गई. फिलहाल बच्चों का प्राथमिक उपचार कर बेहतर उपचार के लिए मायागंज भागलपुर रेफर कर दिया गया है.
"बच्चों ने मेले में बासी भोजन खाया होगा, जिस वजह से उन्हें फूड प्वाइजनिंग की शिकायत हुई है. फिलहाल सभी को बेहतर इलाज के लिए बागलपुर रेफर कर दिया गया है."-अपूर्व अमन सिंह, डॉक्टर
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