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गोपालगंज में बच्चा चोरी कांड का खुलासा: यूपी से जुड़े हैं तार, झोला छाप डॉक्टर दंपती समेत पांच गिरफ्तार - Child theft in Gopalganj

गोपालगंज में बच्चा चोर गिरोह सक्रिय है. यह गिरोह किसी निःसंतान दंपति के लिए बच्चा की चोरी करता था. 27 अगस्त को बिशम्भरपुर थाना क्षेत्र हुए बच्चे के अपहरण मामले का खुलासा होने पर यह बात सामने आयी. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ग्रामीण चिकित्सक दंपती समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया है. पढ़ें, विस्तार से.

Child theft in Gopalganj
गोपालगंज में बच्चा चोरी कांड के अभियुक्त. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 31, 2024, 9:36 PM IST

गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज में बच्चा चोर गिरोह का खुलासा हुआ है. पुलिस ने इस गिरोह के पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक झोला छाप डॉक्टर दंपती भी शामिल है. जिला के बिशम्भरपुर थाना क्षेत्र के मटीहानियां सलेहपुर गांव से चोरी हुए बच्चे मामले की जांच में यह खुलासा हुआ. पुलिस ने यूपी के लखनऊ चारबाग स्टेशन से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. बच्चे को उसकी मां को सौंप दिया गया है.

क्या है घटनाः 27अगस्त मंगलवार की शाम विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र के सल्लेपुर गांव निवासी बबलू मांझी की पत्नी अपने घर के पास ही बच्चे को लेकर खाट पर बैठी थी. तभी एक महिला उसके पास पहुंची और बाथरूम जाने की बात कही. वह महिला को बाथरूम के लिए जगह दिखाने के लिए अपने बच्चे को वहीं पर छोड़ कर आगे बढ़ी ही थी कि तभी महिला पांच माह के बच्चे को उठाकर फरार हो गई. घर से कुछ दूरी पर मौजूद बाइक सवार पुरुष और उसके साथ रही महिला को दे दी. बच्चे को लेकर महिला और पुरुष फरार हो गए.

ग्रामीणों ने महिला को पकड़ाः इधर, बच्चे को लेकर भागे जाने की घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपी महिला को पकड़ लिया. पुलिस को सूचना दी गयी. परिजनों ने थाना में बच्चे के अपहरण के बाबत शिकायत दर्ज करायी. प्राप्त आवेदन के आधार पर एसपी स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर सदर एसडीपीओ प्रांजल के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर तत्काल कारवाई करते हुए चोरी गए बच्चे को उत्तर-प्रदेश के लखनऊ चार बाग स्टेशन प्लेटफार्म नंबर चार से बरामद कर लिया.

तीन लाख में हुआ था सौदाः गिरफ्तार अभियुक्तों में नगर थाना क्षेत्र के अमित सिंह उर्फ मोनू सिंह और सुधीर सिंह शामिल है. इसके अलावा बिशम्भरपुर थाना क्षेत्र की एक महिला, जमुनियां गांव की एक अन्य महिला और उत्तर-प्रदेश के कुशीनगर जिला उसकी बहन है. बताया जाता है कि गिरफ़्तार महिला को कोई बच्चा नहीं हो रहा था. उसने अपनी बहन और बहनोई से संपर्क किया. दोनों ग्रामीण चिकित्सक हैं. उसने बच्चा उपलब्ध कराने के लिए तीन लाख रुपए में डील किया. डेढ़ लाख रुपए मिल गया था.

क्या कहते हैं अधिकारीः सदर एसडीपीओ प्रांजल ने बताया कि कुछ दिन पहले एक बच्चा चोरी होने का मामला आया था. मौके से एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया था. जिससे पूछताछ की गई. पूछताछ के दौरान उसने एक डॉक्टर दंपती के बारे में बताया की जिसका बच्चा नहीं रहता है उसे बच्चा देता है. जिसके बाद डॉ दंपती को गिरफ्तार किया गया. वह अपने रिश्तेदार से डेढ़ लाख रुपए बच्चा देने के लिए लिया था. इस मामले में अभी लोगो ने मिलकर एक साजिश के तहत चोरी की थी. इस मामले में अब तक पांच लोगो को गिरफ्तार किया गया है. अन्य लोगों की गिरफ्तारी की जायेगी. और कौन कौन लोग इसमें शामिल हैं, इसकी जांच की जा रही है.

इसे भी पढ़ेंः गोपालगंज में चर्चित डॉक्टर की कार में मिला बच्चे का शव, घर में दो साल से कर रहा था काम - Child dead body in doctor car

गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज में बच्चा चोर गिरोह का खुलासा हुआ है. पुलिस ने इस गिरोह के पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक झोला छाप डॉक्टर दंपती भी शामिल है. जिला के बिशम्भरपुर थाना क्षेत्र के मटीहानियां सलेहपुर गांव से चोरी हुए बच्चे मामले की जांच में यह खुलासा हुआ. पुलिस ने यूपी के लखनऊ चारबाग स्टेशन से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. बच्चे को उसकी मां को सौंप दिया गया है.

क्या है घटनाः 27अगस्त मंगलवार की शाम विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र के सल्लेपुर गांव निवासी बबलू मांझी की पत्नी अपने घर के पास ही बच्चे को लेकर खाट पर बैठी थी. तभी एक महिला उसके पास पहुंची और बाथरूम जाने की बात कही. वह महिला को बाथरूम के लिए जगह दिखाने के लिए अपने बच्चे को वहीं पर छोड़ कर आगे बढ़ी ही थी कि तभी महिला पांच माह के बच्चे को उठाकर फरार हो गई. घर से कुछ दूरी पर मौजूद बाइक सवार पुरुष और उसके साथ रही महिला को दे दी. बच्चे को लेकर महिला और पुरुष फरार हो गए.

ग्रामीणों ने महिला को पकड़ाः इधर, बच्चे को लेकर भागे जाने की घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपी महिला को पकड़ लिया. पुलिस को सूचना दी गयी. परिजनों ने थाना में बच्चे के अपहरण के बाबत शिकायत दर्ज करायी. प्राप्त आवेदन के आधार पर एसपी स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर सदर एसडीपीओ प्रांजल के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर तत्काल कारवाई करते हुए चोरी गए बच्चे को उत्तर-प्रदेश के लखनऊ चार बाग स्टेशन प्लेटफार्म नंबर चार से बरामद कर लिया.

तीन लाख में हुआ था सौदाः गिरफ्तार अभियुक्तों में नगर थाना क्षेत्र के अमित सिंह उर्फ मोनू सिंह और सुधीर सिंह शामिल है. इसके अलावा बिशम्भरपुर थाना क्षेत्र की एक महिला, जमुनियां गांव की एक अन्य महिला और उत्तर-प्रदेश के कुशीनगर जिला उसकी बहन है. बताया जाता है कि गिरफ़्तार महिला को कोई बच्चा नहीं हो रहा था. उसने अपनी बहन और बहनोई से संपर्क किया. दोनों ग्रामीण चिकित्सक हैं. उसने बच्चा उपलब्ध कराने के लिए तीन लाख रुपए में डील किया. डेढ़ लाख रुपए मिल गया था.

क्या कहते हैं अधिकारीः सदर एसडीपीओ प्रांजल ने बताया कि कुछ दिन पहले एक बच्चा चोरी होने का मामला आया था. मौके से एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया था. जिससे पूछताछ की गई. पूछताछ के दौरान उसने एक डॉक्टर दंपती के बारे में बताया की जिसका बच्चा नहीं रहता है उसे बच्चा देता है. जिसके बाद डॉ दंपती को गिरफ्तार किया गया. वह अपने रिश्तेदार से डेढ़ लाख रुपए बच्चा देने के लिए लिया था. इस मामले में अभी लोगो ने मिलकर एक साजिश के तहत चोरी की थी. इस मामले में अब तक पांच लोगो को गिरफ्तार किया गया है. अन्य लोगों की गिरफ्तारी की जायेगी. और कौन कौन लोग इसमें शामिल हैं, इसकी जांच की जा रही है.

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