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खतरनाक जंगलों सांपों के बीच है एमपी का नागलोक, दिलेर श्रद्धालु के लिए 1 अगस्त से शुरू हो रही यात्रा - MP NAGLOK YATRA NAGDWARI

मध्य प्रदेश के नागलोक के नाम से विख्यात नागद्वारी की यात्रा 1 अगस्त से शुरू हो रही है. इस मंदिर तक पहुंचे का मार्ग बहुत दुर्गम है, इसलिए इसे मध्य प्रदेश का अमरनाथ भी कहा जाता है. यहां पहुंचे से पहले दो दिनों तक सांपों के बीच से निकला पड़ता है.

CHHINDWARA NAGLOK YATRA NAGDWARI
साल में एक बार खुलता है एमपी का नागलोक (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 29, 2024, 1:37 PM IST

Updated : Jul 29, 2024, 3:26 PM IST

छिंदवाड़ा: मध्य प्रदेश का अमरनाथ कहे जाने वाले नागलोक की यात्रा 1 अगस्त से शुरू होने वाली है. श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए सभी पॉइंट्स पर व्यवस्था की गई है. इस यात्रा के दौरान कोई भी वाहन मालिक भक्तों से मनमाना किराया वसूल ना कर सके, इसलिए जिला प्रशासन में किराया निर्धारित किया है. इस लिस्ट में जानिए कितना किराया देकर पहुंच सकते हैं नागलोक.

सिर्फ 10 दिन के लिए खुलता है नागलोक का द्वार

सतपुड़ा के घने जंगलों के बीच में विराजित नाग चंद्रशेखर का मंदिर है, जो 10 दिनों के लिए सावन के महीने में खोला जाता है. जंगलों के बीच इस कठिन यात्रा के कारण इसे मध्य प्रदेश का अमरनाथ भी कहा जाता है. जंगल के बीच का रास्ता इतना दुर्गम है कि यहां पर सैकड़ों प्रजाति के सांप और नागों के दर्शन रास्ते में होते हैं, लेकिन किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के इलाके में होने की वजह से साल में सिर्फ पूजा के लिए सावन के महीने में 10 दिनों के लिए इसे खोला जाता है. बाकी पूरे साल यहां आना-जाना बंद रहता है.

naglok yatra kiraya
नागलोक नागद्वारी किराया (ETV Bharat)
mp nagdwari yatra 2024 fair
नागद्वारी जाने वालों के लिए किराया (ETV Bharat)

दो दिनों तक नागों की बस्ती से होकर गुजरते हैं श्रद्धालु

घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच करीब 12 से 15 किलोमीटर का पैदल सफर करने के बाद नाग चंद्रशेखर मंदिर के दर्शन हो पाते हैं. इस यात्रा के बीच में श्रद्धालुओं को सांपों की बस्ती से होकर गुजरना पड़ता है. जिसमें कई जहरीले सांप और नाथ के दर्शन होते हैं, लेकिन वे किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. इस यात्रा में पैदल चलने के दौरान दो दिनों का समय लगता है. जंगलों के बीच से गुजरने के बाद करीब 100 फीट लंबी चिंतामणि की गुफा से भक्त गुजरते हैं और उसके बाद फिर करीब 35 फीट लंबी गहरी और अंधेरी गुफा से होकर गुजरने के बाद नागलोक में नाग देवता के दर्शन हो पाते हैं.

Amarnath of Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश सराकर ने नागद्वारी का किराया किया निर्धारित (ETV Bharat)
mp naglok temple mysterious
एमपी के अमरनाथ का किराया (ETV Bharat)

यहां पढ़ें...

मनुष्यों की दखलअंदाजी के चलते नागलोक ट्रैक पर कम हो रहे सांप, लुप्त हो रही स्नेक की दुर्लभ प्रजातियां

एक अगस्त से मप्र में अमरनाथ जैसी कठिन यात्रा, नागद्वारी मेले में किए विशेष इंतजाम, भक्तों को नहीं होगी परेशानी

10 अगस्त तक खुले रहेंगे मध्य प्रदेश के अमरनाथ के द्वार

बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए जिन कठिनाइयों से होकर गुजरना पड़ता है. ठीक उसी तरह की कठिनाई नागद्वारी की यात्रा में भी भक्तों को मिलती है. इसलिए इस यात्रा को भी मध्य प्रदेश का अमरनाथ कहा जाता है. 1 अगस्त से लेकर 10 अगस्त तक नागद्वारी की गेट खुले रहेंगे और इस दौरान मध्य प्रदेश समेत महाराष्ट्र और देश के कई राज्यों से नागलोक में दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचते हैं. यात्रा के दौरान कोई भी वाहन मालिक भक्तों से मनमाना कराया वसूल ना कर सके, इसलिए जिला प्रशासन ने किराया सूची जारी की है.

छिंदवाड़ा: मध्य प्रदेश का अमरनाथ कहे जाने वाले नागलोक की यात्रा 1 अगस्त से शुरू होने वाली है. श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए सभी पॉइंट्स पर व्यवस्था की गई है. इस यात्रा के दौरान कोई भी वाहन मालिक भक्तों से मनमाना किराया वसूल ना कर सके, इसलिए जिला प्रशासन में किराया निर्धारित किया है. इस लिस्ट में जानिए कितना किराया देकर पहुंच सकते हैं नागलोक.

सिर्फ 10 दिन के लिए खुलता है नागलोक का द्वार

सतपुड़ा के घने जंगलों के बीच में विराजित नाग चंद्रशेखर का मंदिर है, जो 10 दिनों के लिए सावन के महीने में खोला जाता है. जंगलों के बीच इस कठिन यात्रा के कारण इसे मध्य प्रदेश का अमरनाथ भी कहा जाता है. जंगल के बीच का रास्ता इतना दुर्गम है कि यहां पर सैकड़ों प्रजाति के सांप और नागों के दर्शन रास्ते में होते हैं, लेकिन किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के इलाके में होने की वजह से साल में सिर्फ पूजा के लिए सावन के महीने में 10 दिनों के लिए इसे खोला जाता है. बाकी पूरे साल यहां आना-जाना बंद रहता है.

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नागलोक नागद्वारी किराया (ETV Bharat)
mp nagdwari yatra 2024 fair
नागद्वारी जाने वालों के लिए किराया (ETV Bharat)

दो दिनों तक नागों की बस्ती से होकर गुजरते हैं श्रद्धालु

घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच करीब 12 से 15 किलोमीटर का पैदल सफर करने के बाद नाग चंद्रशेखर मंदिर के दर्शन हो पाते हैं. इस यात्रा के बीच में श्रद्धालुओं को सांपों की बस्ती से होकर गुजरना पड़ता है. जिसमें कई जहरीले सांप और नाथ के दर्शन होते हैं, लेकिन वे किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. इस यात्रा में पैदल चलने के दौरान दो दिनों का समय लगता है. जंगलों के बीच से गुजरने के बाद करीब 100 फीट लंबी चिंतामणि की गुफा से भक्त गुजरते हैं और उसके बाद फिर करीब 35 फीट लंबी गहरी और अंधेरी गुफा से होकर गुजरने के बाद नागलोक में नाग देवता के दर्शन हो पाते हैं.

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मध्य प्रदेश सराकर ने नागद्वारी का किराया किया निर्धारित (ETV Bharat)
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एमपी के अमरनाथ का किराया (ETV Bharat)

यहां पढ़ें...

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10 अगस्त तक खुले रहेंगे मध्य प्रदेश के अमरनाथ के द्वार

बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए जिन कठिनाइयों से होकर गुजरना पड़ता है. ठीक उसी तरह की कठिनाई नागद्वारी की यात्रा में भी भक्तों को मिलती है. इसलिए इस यात्रा को भी मध्य प्रदेश का अमरनाथ कहा जाता है. 1 अगस्त से लेकर 10 अगस्त तक नागद्वारी की गेट खुले रहेंगे और इस दौरान मध्य प्रदेश समेत महाराष्ट्र और देश के कई राज्यों से नागलोक में दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचते हैं. यात्रा के दौरान कोई भी वाहन मालिक भक्तों से मनमाना कराया वसूल ना कर सके, इसलिए जिला प्रशासन ने किराया सूची जारी की है.

Last Updated : Jul 29, 2024, 3:26 PM IST
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