छिंदवाड़ा: जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले ग्यारहवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए जिला प्रशासन ने अनूठी पहल शुरू की है. छिंदवाड़ा के 5200 से ज्यादा विद्यार्थियों को जेईई और नीट एंट्रेंस एग्जाम की नि:शुल्क तैयारी कराई जा रही है. पूरे प्रदेश में छिंदवाड़ा इकलौता जिला है जहां नवाचार करते हुए जेईई (जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन) और नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) की तैयारी स्कूलों में हो रही है. इसके लिए जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने स्कूलों में एक एक्सट्रा क्लास निर्धारित की है. संबंधित विषयों के स्पेशलिस्ट टीचर इन बच्चों को परीक्षा की तैयारी करा रहे हैं.
डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना होगा साकार
कक्षा बारहवीं में जीव विज्ञान और गणित संकाय से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग और चिकित्सा क्षेत्र की पढ़ाई करने के पहले जेईई और नीट की परीक्षा देना होता है. ऑल इंडिया लेवल पर होने वाली इस परीक्षा के लिए प्रतियोगी छात्र कोचिंग संस्थानों की मदद लेते हैं. जिसके लिए उन्हें बड़े शहरों का रुख करना होता है और कोचिंग के लिए फीस के तौर पर मोटी रकम देनी होती है. ऐसे में सामान्य विद्यार्थियों के लिए कोचिंग लेना मुश्किल होता है. इस वजह से कई होनहार बच्चों को भी सही मार्गदर्शन न मिल पाने के कारण वे प्रवेश परीक्षा पास नहीं कर पाते हैं.
700 टीचरों को दी गई है ट्रेनिंग
डॉक्टर व इंजीनियर बनने का सपना संजोए बच्चों के रास्ते में पैसा रुकावट न बने, इसलिए छिंदवाड़ा जिला प्रशासन ने ये शानदार पहल शुरू की है. इसके लिए जिले के सभी 211 शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूलों में बच्चों को यह कोचिंग नि:शुल्क दी जा रही है. बच्चों को तैयारी कराने के लिए जिले भर के 700 टीचरों को ट्रेनिंग दी गई है. यहां पर महानगरों से आए अलग-अलग विषय के विशेषज्ञों द्वारा उन्हें ट्रेनिंग दी गई है. स्कूलों में लगने वाली नियमित कक्षाओं के बाद एक घंटे की एक्स्ट्रा क्लास लगाई जाती है, जिसमें टीचर बच्चों को जेईई-नीट एंट्रेंस एग्जाम पास करने का गुर सिखाते हैं. इस क्लास का हर दिन निरीक्षण भी किया जाता है.
इस बार 545 विद्यार्थी होंगे परीक्षा में शामिल
निःशुल्क कोचिंग से तैयारी कर रहे जिले के 545 विद्यार्थियों ने इस बार जेईई और नीट की प्रवेश परीक्षा का फार्म भरा है. कक्षा बारहवीं में पढ़ने वाले विद्यार्थी वार्षिक परीक्षा देने के बाद इन परीक्षाओं में शामिल होंगे. फस्ट अटेम्प्ड की यह परीक्षा होगी जिसके जरिए उन्हें आगे तैयारी करने में फायदा मिलेगा. सेकेंडरी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों में से 3600 नीट और 1600 विद्यार्थी जेईई की तैयारी कर रहे है. इनमें से 545 विद्यार्थी पहली बार परीक्षा देंगे.
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कलेक्टर की पहल, शिक्षा से ही होगा बदलाव
जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल ने बताया कि "छिंदवाड़ा जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बहुत से बच्चे कोचिंग ज्वाइन नहीं कर सकते हैं. ऐसे में कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में जेईई और नीट की कक्षाएं लगाई जा रही हैं. हर दिन एक घंटे स्कूल में अतिरिक्त पीरियड लगाया जाता है. विद्यार्थियों को निःशुल्क अंग्रेजी और हिन्दी माध्यम के नोट्स उपलब्ध कराए गए हैं."