छिंदवाड़ा। बीजेपी के लिए चुनौती साबित हो रही छिंदवाड़ा लोकसभा सीट में आखिरकार भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. पार्टी ने भाजपा के जिला अध्यक्ष व पूर्व सीएम कमलनाथ के खिलाफ विधानसभा का चुनाव लड़ चुके विवेक बंटी साहू को मैदान में उतारा है. अब छिंदवाड़ा में मुकाबला कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ और विवेक बंटी साहू के बीच होगा.
पिता से दो विधानसभा चुनाव हार चुके अब बेटे से मुकाबला
भाजपा ने छिंदवाड़ा से पार्टी के जिला अध्यक्ष युवा नेता विवेक बंटी साहू को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है. विवेक बंटी साहू ने 2019 में कमलनाथ के विरोध विधानसभा का चुनाव लड़ा. फिर विवेक बंटी साहू 2023 विधानसभा चुनाव में भी कमलनाथ के खिलाफ मैदान में उतरे, लेकिन विवेक बंटी साहू दोनों चुनाव कमलनाथ से हार गए थे. अब बंटी साहू पहली बार लोकसभा का चुनाव कमलनाथ के बेटे और सांसद नकुलनाथ के खिलाफ लड़ेंगे.
बाहरी प्रत्याशी की थी चर्चा, लेकिन बीजेपी ने स्थानीय को दिया मौका
बीजेपी के लिए चुनौती साबित हो रही छिंदवाड़ा लोकसभा सीट में कई दिनों से चर्चाएं थी कि कोई बाहरी या फिर भाजपा का वरिष्ठ नेता कमलनाथ को चुनौती देने के लिए मैदान में आ सकता है. शुरुआत में तो चर्चाएं यह भी रही की पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान या फिर कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी यहां से मैदान में आ सकते हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने स्थानीय व्यक्ति को ही मौका दिया है.
संगठन में रहे कमजोर गुटबाजी से भी हो सकता है नुकसान
विवेक बंटी साहू की अगर जिला अध्यक्ष के तौर पर उपलब्धियां की बात करें तो उनके खाते में नाकामयाबी ही ज्यादा आई है. उनके कार्यकाल के दौरान छिंदवाड़ा नगर निगम के चुनाव जिला पंचायत के चुनाव के साथ ही विधानसभा की सभी सातों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है. इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर गुटबाजी भी चरम पर है. जिसके चलते विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा जिले के कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी से किनारा करते हुए चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी. अब इसी गुटबाजी को मात देकर सभी को साथ लेकर चलना चुनौती होगी.