छतरपुर: न्यायालय के आदेश की अवमानना करने के मामले में छतरपुर नगर पालिका सीएमओ के ऑफिस की कुर्की के आदेश दिए गए हैं. बता दें कि एक युवक ने अपने मेडिकल दुकान के बाहर नाली में हो रही गंदगी को लेकर शिकायत की थी. बार बार शिकायत करने के बावजूद भी जब नगरपालिका ने सुनवाई नहीं की तो फरियादी ने न्यायालय की शरण ली. पीड़ित की बात सुनकर जज ने सीएमओ के ऑफिस में रखी कुर्सी, टेबल, एसी और वाहन कुर्क करने के आदेश दे दिए.
फरियादी ने डरा धमका कर दबाने की कोशिश की
इस मामले को लेकर बताया गया कि नाले मे हो रही गंदगी को लेकर फरियादी काशी प्रसाद साहू ने न्यायालय की शरण ली. जिसके बाद नगरपालिका को नोटिस जारी किया गया था. जिससे सीएमओ माधुरी शर्मा को भड़क गई थी. इसके बाद सीएमओ ने पीड़ित के मकान के कागजात की मांग कर कार्रवाई करने की धमकी देने लगी, लेकिन पीड़ित ने हार नहीं मानी. वहीं, कोर्ट ने नगरपालिका को फरियादी के शिकायत निवारण के लिए नोटिस जारी किया, लेकिन इसका निवारण नहीं किया गया.
इसको लेकर स्थाई लोक अदालत ने 6/11/2022 के आदेश का पालन न करने और झूठा प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के संबंध में नगर पालिका अधिकारी के वाहन और उनके कार्यालय के टेबल कुर्सी को कुर्क करने का आदेश दिया गया है. वहीं, जब इस मामले में छतरपुर नगरपालिका सीएमओ माधुरी शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि " मुझे इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है."
ये भी पढ़ें: भोपाल के RGPV घोटाले में तत्कालीन कुलपति सहित 3 अफसरों पर इनाम घोषित, संपत्ति कुर्क करने की तैयारी अदालत पहुंची जलभराव की समस्या, जबलपुर हाईकोर्ट बोला-नगर पालिका जाग जाओ वरना |
क्या था पूरा मामला
पीड़ित काशी प्रसाद साहू ने बताया कि " छत्रसाल चौराहा महल रोड जिला चिकित्सालय के सामने मेडिकल स्टोर है. वर्ष 2016 के सितम्बर माह में छत्रसाल चौराहा से महल रोड की ओर पूर्व दिशा में आर.सी.सी. का फुटपाथ बनाया गया, लेकिन मिठाई और फल विक्रेता द्वारा दक्षिण से उत्तर की ओर बहाए जाने वाले गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं की गई. जिससे बरसात का पानी जमा हो रहा है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत की गई. लेकिन शिकायत का कोई निराकरण नहीं किया गया. कीचड़ युक्त गंदगी से महामारी फैलने की आशंका है थी. इसलिए इस मामले को लेकर कोर्ट की ओर रुख किया गया था.