भरतपुर : पटना नीट-यूजी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार भरतपुर मेडिकल कॉलेज के तीन छात्रों के अब सीबीआई ने रिकॉर्ड मंगाए हैं. सीबीआई ने तीनों छात्रों के मेडिकल कॉलेज से एडमिशन रिकॉर्ड और उपस्थिति की जानकारी मांगी है. भरतपुर मेडिकल कॉलेज की ओर से अब यह रिकॉर्ड पटना भेजा जाएगा. वहीं, सूत्रों से पता चला है कि कॉलेज के ये छात्र बीते लंबे समय से नियमित रूप से कक्षाओं में नहीं पहुंच रहे थे. छात्र कुमार मंगलम विश्नोई तो बीते दो माह से कॉलेज को बिना सूचना दिए गायब था. नीट परीक्षा के अगले दिन 6 मई को अचानक कॉलेज पहुंचा था. फिलहाल सीबीआई इन छात्रों के रिकॉर्ड जुटाने में लगी है.
मेडिकल कॉलेज सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई की ओर से मेडिकल कॉलेज प्रशासन को एक पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें सीबीआई ने मेडिकल छात्र कुमार मंगलम विश्नोई, दीपेंद्र कुमार समेत तीन छात्रों से सम्बंधित कागजात मंगाए हैं. इनमें तीनों छात्रों के एडमिशन लेटर, कक्षाओं में उपस्थिति का रिकॉर्ड मंगाया गया है. मेडिकल कॉलेज प्रशासन तीनों छात्रों का रिकॉर्ड इकट्ठा कर सीबीआई को पटना भेजेगा.
दो माह से था गायब, कक्षाओं में भी कम पहुंचते : कॉलेज सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छात्र कुमार मंगलम विश्नोई और दीपेंद्र कुमार बहुत कम कॉलेज आते थे. नियमित रूप से कक्षा में पढ़ने भी नहीं पहुंचते थे, जबकि बताया जा रहा है कि कुमार मंगलम विश्नोई बिना किसी सूचना के कॉलेज से दो माह से गायब था और नीट परीक्षा के अगले दिन 6 मई को कॉलेज पहुंचा था. ये दोनों छात्र कॉलेज परिसर से बाहर पीजी होस्टल में रह रहे थे.
रैगिंग के मामले में हो चुका सस्पेंड : नीट-यूजी पेपर मामले में गिरफ्तार हुआ छात्र कुमार मंगलम विश्नोई वर्ष 2022 बैच का स्टूडेंट है. 5 मार्च 2024 को कुमार मंगलम विश्नोई ने अन्य छात्रों के साथ मिलकर जूनियर छात्र की रैगिंग ली थी, जिसके मामले में कुमार मंगलम व अन्य दो छात्रों को तीन तीन माह के लिए कॉलेज से सस्पेंड कर दिया गया था. बता दें कि 18 जुलाई को सीबीआई की टीम भरतपुर मेडिकल कॉलेज पहुंची थी. यहां से मेडिकल छात्र कुमार मंगलम विश्नोई, दीपेंद्र कुमार समेत तीन को गिरफ्तार कर ले गई थी. ये तीनों छात्र 5 मई को हजारीबाग में मौजूद बताए जा रहे हैं.