दौसा. जिला मुख्यालय पर शनिवार को पुलिस ने गौतस्करों के कब्जे से लग्जरी गाड़ी में भरे गौवंशों को मुक्त कराया, लेकिन गौतस्कर मौके से फरार हो गए. फिलहाल पुलिस ने गौवंशों को मुक्त करवाकर उन्हें गौशाला में शिफ्ट करा दिया है. वहीं, गौतस्करों की तलाश की जा रही है. डिप्टी एसपी रवि शर्मा ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा सूचना मिली कि एक इको गाड़ी में गौवंशों को भरकर सौमनाथ चौराहे की तरफ से कलेक्ट्रेट की ओर ले जाया जा रहा है. सूचना के बाद संदिग्ध गाड़ी को चिन्हित कर ड्यूटी अधिकारी ने गाड़ी का पीछा किया, लेकिन कार चालक कलेक्ट्रेट के पास गाड़ी को छोड़कर फरार हो गया.
इस दौरान पुलिस द्वारा गाड़ी की जांच की गई, जिससे तीन गौवंश बरामद हुए. डीएसपी रवि शर्मा ने बताया कि गौवंश को बेरहमी से पैर और मुंह बांधकर गाड़ी में भरा गया था. ऐसे में गौवंश को गाड़ी से बाहर निकालकर स्थानीय गौशाला में भिजवाया गया. वहीं, अज्ञात गौतस्करों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है. गौतस्करी के काम में ली गई गाड़ी को जब्त कर लिया गया है.
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गाड़ी में लगी थी इन मंत्रियों की तस्वीर : जानकारी के अनुसार पुलिस को लग्जरी गाड़ी से राजस्थान सरकार के गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म और पूर्व मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के बैनर बरामद हुए हैं. वहीं, गाड़ी के बैक ग्लास पर पूर्व मंत्री किरोड़ीलाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बैनर लगा था. ऐसे में सामने आया है कि गौतस्करों ने गौतस्करी का नया फार्मूला अपनाया है.
पुलिस के अनुसार गौतस्करी के बाद तस्कर जिस क्षेत्र से होकर निकलते थे. वहां के प्रभावशाली नेता का बैनर गाड़ी के बैक ग्लास पर लगा लेते थे, ताकि पुलिसकर्मी गाड़ी में सवार लोगों को कोई बड़ा राजनेता समझकर रोकने की जहमत न उठाए और वो इसका फायदा उठाकर आसानी से निकल सके. खैर, इस बार दौसा पुलिस ने गौतस्करों के इस प्लान को फेल कर दिया.