देहरादून: भीषण गर्मी के कारण आम-जनजीवन हलकान नजर आ रहा है. लोग पानी की समस्या के साथ-साथ आंख की समस्याओं से भी जूझ रहे है. आलम ये है कि दून अस्पताल की नेत्र विभाग की ओपीडी में आंखों में सूखापन और एलर्जिक कंडीशन के मरीजों की संख्या बढ़ गई है. इन दिनों अस्पताल की ओपीडी में करीब डेढ़ सौ मरीज रोजाना आ रहे हैं. जिसमें से अधिकतर मरीज तेज गर्मी की वजह से ड्राई आई सिंड्रोम की समस्याओं को लेकर पहुंच रहे हैं.
समय पर इलाज न होने पर आंखें हो सकती हैं खराब: आई डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर नीरज सारस्वत ने बताया कि आंखों में सूखेपन का समय पर इलाज ना हो तो आंखें खराब भी हो सकती हैं. इस मौसम में आंखों का बचाव करने के बाद ही आंखों की समस्याओं से दूर रहा जा सकता है. गर्मी के मौसम में आंखों की सुरक्षा के लिए कुछ सावधानियां बरतनी आवश्यक हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को धूल और मिट्टी वाले वातावरण में जाने से बचना चाहिए और अगर धूप में कहीं निकलना हो तो सनग्लासेस का उपयोग जरूर करें.
AC के सामने बैठने से लोग करें परहेज: नीरज सारस्वत ने बताया कि जब भी बाहर से घर आएं तो अपनी आंखों को ठंडे पानी से जरूर धो लें. वहीं अगर उसके बाद भी आंखों में ड्राइनेस की समस्या रहती है, तो फिर डॉक्टर से परामर्श लेकर दवाइयों का इस्तेमाल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि AC के सामने डायरेक्ट बैठने से परहेज करें. अगर आंखों में एलर्जी या फिर सूखापन हो तो नेत्र रोग विशेषज्ञ की सलाह के बाद ही लुब्रिकेंट दवाइयों का इस्तेमाल करें.
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