नैनीताल: पहाड़ी क्षेत्रों जंगलों में आग लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को भवाली के महेशखान क्षेत्र के जंगलों में भीषण आग लग गई. जिससे सैकड़ों एकड़ वन संपदा जलकर खाक हो गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंचे वन और एनडीआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. उधर, देवीधूरा क्षेत्र के जंगलों में भी शरारती तत्वों ने आग लगा दी, जिससे कुछ ही देर में जंगल में लगी आग ने विकराल रूप ले लिया. इस आग को बुझाने का प्रयास जारी है.
जंगलों में आग लगाने वाले 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज: जंगलों में आग लगाने वालों के खिलाफ वन विभाग की कार्रवाई जारी है. अब तक नैनीताल वन विभाग के अंतर्गत 11 लोगों के खिलाफ जंगल में आग लगाने पर मुकदमा दर्ज किया गया है. नैनीताल डीएफओ चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि कुछ शरारती तत्व जंगलों में आग लगाने की घटना को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में वन विभाग की टीम शरारती तत्वों पर नजर रखे हुए हैं. अब तक नैनीताल क्षेत्र में 11 लोगों को चिन्हित किया गया है, जो जंगलों में आग लगाने की घटना में शामिल थे.
नैनीताल समेत सभी पर्यटक स्थल सौ फीसदी सुरक्षित: वहीं, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भवाली रेंज से सटे जंगलों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जंगलों में लगी आग पर सरकार ने 36 घंटे में काबू पाया है. वन विभाग और एनडीआरएफ के साथ ही वायु सेना ने हेलीकॉप्टर के जरिए आग पर काबू पाया है. उन्होंने कहा कि नैनीताल समेत सभी पर्यटक स्थल पूरी तरह से सुरक्षित हैं, प्रदेश में आने वाले सभी पर्यटकों की सुरक्षा की गारंटी सरकार की है.
नैनीताल जिले के डीएफओ चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि डिवीजन में वनाग्नि की 28 घटनाएं रिपोर्ट हुई थी. आग से 33 हेक्टेयर जंगल प्रभावित हुआ, जो अब पूरी तरह कंट्रोल में है. उन्होंने कहा कि डिवीजन में अभी तक 11 लोगों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. विभाग के अधिकारी और कर्मचारी से पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहे हैं. ताकि, वनाग्नि की घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके.
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