जयपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं पर चाकू से हमला करने वाले आरोपियों के घर पर रविवार को जेडीए ने बुलडोजर चलाया. जेडीए की विजिलेंस टीम ने रजनी विहार में शरद पूर्णिमा के कार्यक्रम में शामिल हुए आरएसएस के कार्यकर्ताओं पर हमला करने वाले आरोपियों के अवैध निर्माण को ढहाने की कार्रवाई की. आरोपी नसीब चौधरी और उसके बेटे भीष्म चौधरी ने मंदिर की जमीन और पार्क पर अवैध कब्जा कर दो कमरों का ढांचा बना रखा था, जिस पर जेडीए का पीला पंजा चला.
अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर : जयपुर के रजनी विहार स्थित एक मंदिर में शरद पूर्णिमा के कार्यक्रम के लिए इकट्ठा हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं पर 17 अक्टूबर की रात आरोपी नसीब चौधरी और उसके बेटे भीष्म चौधरी ने चाकू से हमला किया था. घटना में करीब 10 लोग घायल हो गए थे. घटना का सीसीटीवी फुटेज बरामद कर पुलिस प्रशासन ने आरोपियों को अरेस्ट कर लिया था. वहीं, मामले में जयपुर विकास प्राधिकरण ने भी मौके का परीक्षण किया और यहां अवैध अतिक्रमण के खिलाफ मकान मालिक नसीब चौधरी को नोटिस जारी कर 24 घंटे में नोटिस का जवाब देने के निर्देश दिए थे.जवाब नहीं मिलने पर रविवार सुबह जेडीए ने मंदिर की जमीन और पार्क पर अवैध कब्जा कर किए गए निर्माण पर बुलडोजर चलाया. यहां कमरों में बड़े-बड़े ड्रम और जिम का सामान रखा हुआ था. जेडीए प्रशासन ने सामान सहित ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया. इस दौरान यहां बड़ी संख्या में भीड़ भी जुटी, जिन्होंने नसीब चौधरी को भूमाफिया बताते हुए इस कार्रवाई से उसके आतंक का अंत होने की बात कही.
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बता दें कि करणी विहार इलाके की रजनी विहार कॉलोनी में गुरुवार रात 9:45 बजे आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हुई चाकूबाजी के मामले में पुलिस ने नसीब सिंह चौधरी, उसके बेटे भीष्म सिंह और पत्नी निर्मला को गिरफ्तार कर तीन वाहनों को भी जब्त किया है. इस बीच लोगों ने आरोप लगाए कि हमला सोच समझकर और मंदिर की जमीन पर कब्जा करने के लिए किया गया था. इसकी शिकायत जेडीए को भी की गई. इस पर पीआरएन उत्तर के तहसीलदार और संबंधित जोन के अधिकारियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर रिपोर्ट तैयार कर प्रवर्तन शाखा को भेजी थी, जिस पर नोटिस जारी होने के बाद रविवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अमल में लाई गई.