श्रीगंगानगर. श्रीगंगानगर विधायक जयदीप बिहाणी सहित नौ लोगों पर एक डॉक्टर के अपहरण और उससे मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ है. शनिवार को इस मामले को लेकर विधायक के समर्थक सड़क पर उतर आए और बाजार बंद कर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया.
जानें क्या है पूरा मामला : दरअसल, श्रीगंगानगर के भाजपा विधायक जयदीप बिहाणी, निजी सहायक मनीष गर्ग, नगर परिषद के पूर्व उपसभापति लकी दावड़ा, पूर्व पार्षद हरविंदर पांडे, कपिल असीजा, पार्षद संजय बिश्नोई सहित नौ लोगों पर डॉ. श्याम सुंदर अरोड़ा के अपहरण व उनसे मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ है. मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है.
वहीं, विवाद का कारण विधायक जयदीप बिहाणी के जन्मदिन पर डॉ. श्याम सुंदर अरोड़ा द्वारा फेसबुक पर किए गए पोस्ट को बताया जा रहा है, जिससे विधायक नाराज थे. कोतवाली थाने में दर्ज मामले के अनुसार डॉ. श्याम सुंदर ने बताया कि बीते 17 जून को विधायक के निजी सहायक मनीष गर्ग ने उन्हें क्लिनिक पर बुलाया और जब वो क्लिनिक पर पहुंचे तो वहां कुछ और लोग भी मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें - श्रीगंगानगर नगर परिषद सभापति चुनाव एक सप्ताह के लिए स्थगित, जानें वजह
मनीष गर्ग ने उनसे फेसबुक पोस्ट को लेकर सवाल किया और फिर गर्ग के साथ आए लोगों ने मारपीट शुरू कर दी. उसके बाद वे डाक्टर को विधायक के घर के नजदीक एक दुकान में ले गए, जहां विधायक जयदीप बिहाणी कुछ देर बाद पहुंचे. रिपोर्ट में बताया गया कि विधायक के लोगों ने डॉक्टर के साथ मारपीट की और उन्हें मरणासन्न पहुंचा दिया. फिलहाल चिकित्सक का चंडीगढ़ में इलाज चल रहा है. वहीं, इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है.
श्रीगंगानगर में बाजार बंद : जैसे ही विधायक पर मुकदमा दर्ज होने की खबर फैली, वैसे ही शहर के सयुंक्त व्यापार मंडल सहित कई संस्थाओं ने गांधी चौक पर एक सभा बुलाई और बाजार बंद का आह्वान कर दिया. कच्चा आढ़तिया संघ के उपाध्यक्ष रमेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने शहर में चल रहे अवैध धंधों को बंद करवाने की बजाय विधायक पर झूठा मुकदमा दर्ज किया है.
मुकदमे में नामजद लकी दावड़ा ने कहा कि एफआईआर में जिस समय की घटना बताई गई है, वे उस समय सदर थाने में कोई पंचायती करवा रहे थे. पुलिस ने सियासी दवाब में मुकदमा दर्ज किया है. गांधी चौक पर सभा के बाद विधायक समर्थक जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां प्रदर्शन के बाद एडीएम को ज्ञापन सौंपा गया. फिलहाल इस मामले में पुलिस ने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया है.