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अस्पताल समिति के पूर्व सचिव पर लाखों के गबन का आरोप, मुकदमा दर्ज - ACCUSED OF EMBEZZLING MILLIONS

पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी के पूर्व सचिव पर गबन का आरोप लगा है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया.

ACCUSED OF EMBEZZLING MILLIONS
अस्पताल समिति के पूर्व सचिव पर लाखों के गबन का आरोप (PHOTO- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 12, 2025, 3:19 PM IST

देहरादूनः दून शहर के थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र के अंर्तगत पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी के पूर्व सचिव पर 40 लाख रुपए गबन करने का आरोप लगाया है. सोसाइटी के कोषाध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने ही पूर्व सचिव के खिलाफ थाना नेहरू में मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि सचिव रहते हुए कैश वाउचर के माध्यम से राशि निकाली और अपनी पत्नी के साथ मिलकर निजी प्रयोग में लिया गया.

थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस के अनुसार, पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी के कोषाध्यक्ष रणवीर सिंह चौहान और उपाध्यक्ष शुभम चंदेल ने थाना नेहरू कॉलोनी में शिकायत दर्ज कराई कि सोसाइटी में विक्रम सिंह 31 जुलाई 2024 तक सचिव थे. अस्पताल समिति के सभी कार्य, वाउचर बिल, दस्तावेज और भुगतान का जिम्मा विक्रम सिंह के पास था. विक्रम सिंह रावत पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी के हितों के खिलाफ जाकर कार्य करने लगे थे. जब इसकी जानकारी सोसाइटी को लगी तो विक्रम सिंह से त्यागपत्र देने को कहा गया. जिसके बाद विक्रम सिंह ने त्यागपत्र दे दिया और अस्पताल सोसाइटी ने 31 जुलाई 2024 को त्याग पत्र स्वीकार कर लिया. हालांकि, इससे पहले काफी समय से विक्रम सिंह रावत ने अस्पताल में आना कम कर दिया था. जब विक्रम सिंह को सभी दस्तावेज वापस देने को कहा गया तो वह आनाकानी करने लगे.

सोसाइटी द्वारा जांच पड़ताल में पता चला कि विक्रम सिंह ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर षड्यंत्र से पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी में लाखों रुपए का गबन किया है. साथ ही अस्पताल में फर्जी बिल और वाउचर के जरिए फरवरी 2024 में 15 लाख रुपए ज्योति बगवाड़ी और इससे पहले 2022 में पांच लाख रुपए राजीव राणा के नाम पर ट्रांसफर करने की स्वीकृत ली. इसके बाद वाउचर गायब हो गए. कुल मिलाकर विक्रम सिंह ने इस तरह 40 लाख रुपए अस्पताल के खाते से निकाल लिए.

जांच में यह भी सामने आया कि विक्रम सिंह ने अस्पताल के कैश वाउचर के माध्यम से यह रकम ट्रांसफर की है. और उक्त राशि का निजी प्रयोग किया गया. इस संबध में जब विक्रम सिंह से संपर्क किया गया तो विक्रम सिंह ने धमकाना शुरू कर दिया और झूठी शिकायत करके ढाई करोड़ रुपए देने के लिए समिति पर दबाव डाला जा रहा है. साथ ही विक्रम सिंह खुद को पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी का पार्टनर, निदेशक और शेयर मालिक बताकर कुछ निवेशकों से धोखाधड़ी कर रहा है.

थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी मोहन सिंह चौहान ने बताया कि पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी के कोषाध्यक्ष रणवीर सिंह चौहान और उपाध्यक्ष शुभम चंदेल की शिकायत के आधार पर अस्पताल के पूर्व सचिव विक्रम सिंह रावत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच की जा रही है.

ये भी पढ़ेंः राज्य सरकार को 'धोखा' देना पड़ा भारी, प्रशासन ने दर्ज कराया मुकदमा, जानिए पूरा मामला

ये भी पढ़ेंः लक्सर में वकील से ₹5 लाख की ठगी, जांच में जुटी पुलिस

देहरादूनः दून शहर के थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र के अंर्तगत पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी के पूर्व सचिव पर 40 लाख रुपए गबन करने का आरोप लगाया है. सोसाइटी के कोषाध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने ही पूर्व सचिव के खिलाफ थाना नेहरू में मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि सचिव रहते हुए कैश वाउचर के माध्यम से राशि निकाली और अपनी पत्नी के साथ मिलकर निजी प्रयोग में लिया गया.

थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस के अनुसार, पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी के कोषाध्यक्ष रणवीर सिंह चौहान और उपाध्यक्ष शुभम चंदेल ने थाना नेहरू कॉलोनी में शिकायत दर्ज कराई कि सोसाइटी में विक्रम सिंह 31 जुलाई 2024 तक सचिव थे. अस्पताल समिति के सभी कार्य, वाउचर बिल, दस्तावेज और भुगतान का जिम्मा विक्रम सिंह के पास था. विक्रम सिंह रावत पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी के हितों के खिलाफ जाकर कार्य करने लगे थे. जब इसकी जानकारी सोसाइटी को लगी तो विक्रम सिंह से त्यागपत्र देने को कहा गया. जिसके बाद विक्रम सिंह ने त्यागपत्र दे दिया और अस्पताल सोसाइटी ने 31 जुलाई 2024 को त्याग पत्र स्वीकार कर लिया. हालांकि, इससे पहले काफी समय से विक्रम सिंह रावत ने अस्पताल में आना कम कर दिया था. जब विक्रम सिंह को सभी दस्तावेज वापस देने को कहा गया तो वह आनाकानी करने लगे.

सोसाइटी द्वारा जांच पड़ताल में पता चला कि विक्रम सिंह ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर षड्यंत्र से पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी में लाखों रुपए का गबन किया है. साथ ही अस्पताल में फर्जी बिल और वाउचर के जरिए फरवरी 2024 में 15 लाख रुपए ज्योति बगवाड़ी और इससे पहले 2022 में पांच लाख रुपए राजीव राणा के नाम पर ट्रांसफर करने की स्वीकृत ली. इसके बाद वाउचर गायब हो गए. कुल मिलाकर विक्रम सिंह ने इस तरह 40 लाख रुपए अस्पताल के खाते से निकाल लिए.

जांच में यह भी सामने आया कि विक्रम सिंह ने अस्पताल के कैश वाउचर के माध्यम से यह रकम ट्रांसफर की है. और उक्त राशि का निजी प्रयोग किया गया. इस संबध में जब विक्रम सिंह से संपर्क किया गया तो विक्रम सिंह ने धमकाना शुरू कर दिया और झूठी शिकायत करके ढाई करोड़ रुपए देने के लिए समिति पर दबाव डाला जा रहा है. साथ ही विक्रम सिंह खुद को पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी का पार्टनर, निदेशक और शेयर मालिक बताकर कुछ निवेशकों से धोखाधड़ी कर रहा है.

थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी मोहन सिंह चौहान ने बताया कि पैनेसिया हॉस्पिटल मैनेजमेंट सोसाइटी के कोषाध्यक्ष रणवीर सिंह चौहान और उपाध्यक्ष शुभम चंदेल की शिकायत के आधार पर अस्पताल के पूर्व सचिव विक्रम सिंह रावत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच की जा रही है.

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