श्रीगंगानगर. गंगनहर में की जा रही बंदी समाप्त हो गई है और पंजाब की तरफ से नहरों में पानी छोड़ दिया गया है. इस पानी की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ाई जा रही है. नहर में आ रहे पानी से पहले पॉन्ड भरे जाएंगे और फिर पेयजल के लिए भंडारण किया जाएगा. नहरबंदी के दौरान गंगनहर की साफ सफाई का कार्य किया गया.
नहरबंदी के दौरान हुए सफाई के कार्य : जल संसाधन विभाग के एसई धीरज चावला ने बताया कि नहरबंदी के दौरान राजस्थान और पंजाब के हिस्से में नहर की सफाई का कार्य होना था. पंजाब राज्य ने अपने हिस्से की सफाई के लिए टेंडर भी किए, लेकिन आचार सहिंता लग जाने के कारण स्वीकृति नहीं मिल पाई. ऐसे में उन्होंने पंजाब सीमा का दौरा किया और गंगनहर प्रोजेक्ट के चेयरमैन हरिवंदर गिल से बातचीत के बाद पंजाब के हिस्से के पुलों की सफाई करवाने का तय किया गया. इस दौरान पूरे पंजाब सीमा में सभी पुल साफ करवाए गए. नहरबंदी के दौरान खखा से शिवपुर हेड तक पुलों और बीएड लेवल की सफाई करवाई गई. इसके बाद अन्य पुल जहां चार से पांच फीट सिल्ट जमा थी, उन्हें भी साफ करवाया गया.
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पहले भरे जाएंगे सभी पॉन्ड : जल संसाधन विभाग के एसई धीरज चावला ने बताया कि अभी 700 क्यूसेक पानी आना शुरू हो गया है. ऐसे में पहले सभी पॉन्ड भरे जाएंगे. इसके बाद पीएचईडी की ओर से पेयजल भण्डारण किया जाएगा और उसके बाद पानी सिंचाई के लिए छोड़ा जाएगा. गंगनहर में सफाई का कार्य निरंतर चलता रहेगा. आपको बता दें कि नहरबंदी समाप्त होने के बाद अब पेयजल सप्लाई भी निरंतर हो जाएगी. पिछले वर्षों में नहरबंदी के बाद शुरुआती पानी बेहद प्रदूषित और केमिकल युक्त होता था, लेकिन इस बार पानी अपेक्षाकृत काफी साफ है. माना जा रहा है कि पंजाब की फैक्ट्रियों की ओर से अपशिष्ट नाले में सीधा नहीं फेंका जा रहा है.