दौसा: विधानसभा उपचुनाव में दौसा से भाजपा ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीना के भाई जगमोहन मीना पर दांव खेला है. वहीं कांग्रेस ने बुधवार देर रात जारी सूची में पूर्व प्रधान डीसी बैरवा को प्रत्याशी बनाया है. बैरवा ने देव दर्शन कर चुनाव प्रचार की शुरूआत की और बोले कि यहां से किरोड़ीलाल मीना भी मैदान में क्यों ना हों, चुनाव हम ही जीतेंगे.
बता दें कि डीसी बैरवा पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. वे दौसा के प्रधान रह चुके हैं. वर्तमान में उनकी पत्नी बीना बैरवा जिले के लवाण से प्रधान है. डी सी बैरवा पिछले कई वर्षों से कांग्रेस के टिकट पर सिकराय विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताते आए हैं. वे मूल रूप से दौसा जिले के जिरौता गांव के रहने वाले हैं. बैरवा के पिता किशनलाल बैरवा राजस्थान पुलिस में थे. कांग्रेस ने उन्हें दौसा से कई वर्षों पहले अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वे निर्दलीय प्रत्याशी नंदलाल बंशीवाल के सामने चुनाव हार गए थे. किशनलाल बैरवा स्वयं भी दौसा से प्रधान रह चुके हैं.
दो दिन से चल रहा था नाम: दरअसल, दौसा से डीसी बैरवा को टिकट मिलने की सुगबुगाहट पिछले दो दिन से चल रही थी. इसके चलते बैरवा और उनके कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह था. बुधवार देर शाम पार्टी ने उनके टिकट पर मुहर लगा दी. इसके बाद डीसी बैरवा गुरुवार सुबह से ही जिले में देवदर्शन यात्रा पर निकले हैं. उनके साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं का हुजूम मौजूद है. राजनीतिक के जानकारों के अनुसार डीसी बैरवा दौसा से मौजूदा सांसद मुरारीलाल मीना और कांग्रेस नेता सचिन पायलट के करीबी माने जाते हैं. ऐसे में डीसी बैरवा को टिकट दिलाने में दोनों की अहम भूमिका मानी जा रही है.
प्रदेश में पर्ची की सरकार: बैरवा ने टिकट मिलने के बाद कांग्रेस नेता सचिन पायलट, सांसद मुरारीलाल मीना और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का आभार व्यक्त किया. उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश में पर्ची की सरकार है. यहां दिल्ली से पर्ची आने पर पहले से निर्धारित चीजें भी बदल जाती है. उन्होंने दौसा से भाजपा के प्रत्याशी जगमोहन मीना को लेकर कहा कि दौसा में बीजेपी से कोई भी समाने हो, चाहे किरोड़ीलाल मीना ही हों, चुनाव हम ही जीतेंगे. युवा और महिला सहित सभी वर्ग हमारे साथ में है. इसलिए चुनाव में जीत निश्चित है.