बुरहानपुर। जिला मुख्यालय से 8 किमी दूर ग्राम पंचायत खडकोद के ग्रामीण परिवारों को रोजगार गारंटी योजना में काम नहीं मिल रहा है. जिसके चलते ग्रामीण बेरोजगार हो गए हैं. उनके सामने परिवार के भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया है. इससे गुस्साए ग्रामीण जनसुनवाई में कुदाली, फावड़ा और तगारी लेकर पहुंच गए. यह सब देखकर जनसुनवाई में बैठे अधिकारी चौंक गए. जब अधिकारी को ग्रामीणों ने समस्या सुनाई तो उन्होंने रोजगार दिलाने का भरोसा दिलाया है.
मजदूरों को नहीं मिल रहा काम
दरअसल ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच व सचिव विकास कार्यों में अपने चहेते लोगों को रोजगार गारंटी के तहत काम दे रहे हैं. जबकि गांव के अन्य लोगों को मनमाने तरीके से रोजगार गारंटी योजना में काम नहीं दिया जा रहा है. बीते 2 दिनों से 50 से ज्यादा मजदूरों को काम मांगने के बाद भी नहीं दिया गया, बल्कि जो लोग काम कर रहे थे. उन्हें भी रोजगार से बेदखल कर दिया है.
कलेक्ट्रेट में मजदूरों ने किया अनोखा प्रदर्शन
काम से निकाले जाने से गुस्साए 50 से ज्यादा मजदूर अपने हाथों में कुदाली फावड़ा तागारी लेकर कलेक्टर कार्यालय शिकायत करने पहुंचे है. जहां उन्होंने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन को देख अधिकारी दंग रह गए. जनपद पंचायत के अधिकारियों को इस पूरे मामले में संज्ञान लेने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही गुस्साए ग्रामीणों को रोजगार देने का आश्वासन भी दिया है.
यहां पढ़ें... राजधानी की सड़कों पर उतरे गुरुजी, पुलिस ले गई थाने, शिक्षक भर्ती में पद बढ़वाने की मांग BSNL को बचाने आंदोलन, जबलपुर के कर्मचारियों ने संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से की ये मांग |
हाजरी भरने हो रहा घपला
साधना गाढ़े व रत्नाबाई ने कहा कि हम रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरी कर रहे थे, लेकिन सरपंच, सचिव ने हमारा काम बंद करा दिया है. सरपंच व सचिव हमारी हाजरी भी नहीं भर रहे है. वहीं जो मजदूर अनुपस्थित हैं, उनकी हाजरी भरी जा रही है. सरपंच व सचिव मनमाने ढंग से योजना चला रहे है. जब इसका विरोध जताते हैं तो सरपंच, सचिव धमकी देते है. जिसके चलते हमें रोजगार नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि हम कलेक्टर कार्यालय पहुंचे है और अधिकारियों को अपनी समस्या से अवगत कराया है.