बुरहानपुर: जिला प्रशासन ने 70 साल से अधिक उम्र के 40 हजार बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड पंजीयन के लिए विशेष अभियान शुरू किया है. इन बुजुर्गों के डोर टू डोर जाकर जानकारी जुटाई जा रही है. लेकिन इस दौरान चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. जब प्रशासन की टीम इन बुजुर्गों के घरों पर कार्ड बनाने पहुंची तो पता चला कि अधिकांश लोग इस दुनिया को विदा कह चुके हैं. इसके बाद भी ये लोग दस्तावेजों में जिंदा हैं. अब तक जिले में ऐसे 6379 बुजुर्गों के बारे में जानकारी मिली है.
मृतकों की सूची तैयार करने में जुटा प्रशासन
जिला प्रशासन अब मृत लोगों के नामों की अलग से सूची तैयार कर रहा है. इस मामले में कलेक्टर भव्या मित्तल ने बताया "जांच कराने के दौरान पता चला है कि जिले में करीब 6379 बुजुर्ग मृत हो गए. इनके नाम अब समग्र से हटाए जाएंगे. इनके नाम से वृद्धापेंशन व राशन वितरण पर रोक लगाने की तैयारी की जा रही है." बता दें कि नगर निगम सीमा क्षेत्र के 48 वार्डों में आयुष्मान कार्ड बनाने के दौरान 2 हजार बुजुर्ग व्यक्ति मृत मिले हैं. जनपद बुरहानपुर में 2400 सौ लोग मृत पाए गए. जनपद खकनार मे 1200 मृत मिले. साथ ही नेपानगर मे 509 मृतक मिले हैं. इसी तरह नगर परिषद शाहपुर क्षेत्र में 270 लोग मृत मिले.
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आयुष्मान कार्ड बनाने का अभियान जारी
कलेक्टर भव्या मित्तल के मुताबिक "अब भी कुछ मृतकों के नाम पर वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ लिया जा रहा है. अब इनके नाम पेंशन पोर्टल से हटाए जाएंगे. इनके परिजन इस योजना का लाभ उठा रहे थे." बता दें कि बुरहानपुर जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने का काम तेजी से चल रहा है. संबंधित अधिकारियों द्वारा गंभीरता बरती जा रही है. इस दौरान बड़े खुलासे हो रहे हैं. कई मृतकों के नाम से राशन भी लिया जा रहा है.