बुरहानपुर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी सरकार की लाड़ली बहना योजना मास्टर स्ट्रोक साबित हुई. माना जाता है कि इसी योजना के दम पर बीजेपी को बंपर जीत मिली. वहीं, कुछ महिलाएं इस योजना का लाभ लेने से वंचित हैं. बुरहानपुर जिला मुख्यालय से महज 5 किमी दूर ग्राम पंचायत पातोंडा में 150 से अधिक महिलाएं लाड़ली बहना योजना से वंचित हैं. ये महिलाएं बीते एक साल से अपना नाम लाड़ली बहना योजना में दर्ज कराए जाने के लिए परेशान हैं.
सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाकर परेशान
इन महिलाओं ने बैंकों के अलावा सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाए, लेकिन इस योजना में इनका नहीं जुड़ पाया है. महिला सलीमा बी व नजमा बी का कहना है "जब पंचायत में नाम जुड़ाने पहुंचती हैं तो पोर्टल बंद होने का हवाला देकर वापस लौटा दिया जाता हैं." इससे नाराज महिलाएं जनसुनवाई में पहुंची, लेकिन कोई निराकरण नहीं हुआ. अब महिलाओं ने सीएम डॉ. मोहन यादव से योजना का लाभ देने की मांग की है. इस बारे में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया है.
ये खबरें भी पढ़ें... लाडली बहनों पर सरकार मेहरबान, सीएम मोहन यादव की नई घोषणा से मिलेगा नया मकान फॉर्म भरा लाडली बहना योजना के लिए और मिलने लगी विधवा पेंशन, पति दे रहा खुद के जीवित होने का सबूत |
अपर कलेक्टर बोले- मामले की जांच कराएंगे
ग्राम पंचायत पातोंडा की इन महिलाओं ने जब योजना शुरू तब आवश्यक खानापूर्ति की थी. कई बार इन्हें शेष रही लिखापढ़ी के लिए चक्कर काटने पड़े. इन महिलाओं के नाम योजना में शामिल नहीं होने के मामले में पंचायत सचिव बहाने बनाता है. लाड़ली बहना योजना का लाभ नहीं होने से महिलाएं परेशान हैं. इस मामले में अपर कलेक्टर अशोक कुमार जाधव का कहना है "जनसुनवाई में पातोंडा गांव की महिलाओं के आवेदन मिले हैं. उनका कहना है कि हमने योजना के फॉर्म जमा कराए हैं, लेकिन लाभ नहीं मिल रहा है, लाभ क्यों नही मिल पा रहा है, इस मामलें में जांच कराएंगे."