बुरहानपुर। राज्य सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए करोड़ों रुपये का फंड और विभिन्न योजनाए संचालित की जाती हैं. शिक्षा विभाग को कई सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराए जाने के बावजूद बुरहानपुर जिले का परीक्षा परिणाम बिगड़ गया है. आदिवासी ब्लॉक खकनार के शेखापुर गांव के हायर सेकंडरी स्कूल में कक्षा बारहवीं के 26 विद्यार्थियों में से एक भी विधार्थी पास नहीं हो पाया. 6 विद्यार्थियों की सप्लीमेंट्री आई है, जबकि 20 विद्यार्थी फेल हो गए हैं. इसी प्रकार आदिवासी बाहुल्य धुलकोट क्षेत्र के बोरीबुजुर्ग गांव की हायर सेकंडरी स्कूल में कक्षा बारहवीं के 223 विद्यार्थियों में 26 विद्यार्थी ही पास हुए हैं. जबकि 178 विद्यार्थी फेल और 19 विद्यार्थियों की सप्लीमेंट्री आई है.
स्कूलों के हालात चिंताजनक
खकनार हाईस्कूल में कक्षा 10 वीं के 13 विद्यार्थियों में से एक विधार्थी पास हुआ है, जबकि 9 विद्यार्थी फेल और 3 विद्यार्थियों की सप्लीमेंट्री आई है. इस तरह खामला गांव की हाईस्कूल में कक्षा दसवीं के 11 विद्यार्थियों में से 9 विद्यार्थी फेल और 1 विद्यार्थी की सप्लीमेंट्री आई है, केवल 1 ही विद्यार्थी पास हुआ है. झांझर गांव की हाईस्कूल में कक्षा दसवीं के 15 विद्यार्थियों में से एक ही पास हुआ है. जबकि 11 विद्यार्थी फेल और 3 विद्यार्थियों की सप्लीमेंट्री आई है. इसके अलावा इस बार हाईस्कूल शेखापुर, मांजरोद खुर्द, पीपलपानी, चाकबारा, हसनपुरा, मोहद, निंबोला, बोरीबुजुर्ग और अंबा का परीक्षा परिणाम भी 15 से 37 प्रतिशत के बीच रहा है. स्कूल के ये हालात बेहद चिंता जनक हैं. इससे विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हुआ है.
क्या इन शिक्षकों पर होगी कार्रवाई?
अब इस परीक्षा परिणाम से विद्यार्थियों का भविष्य तो अंधकारमय हो गया है. लेकिन प्रतिमाह हजारों रुपये तंखा पाने वाले इन शिक्षकों पर क्या कार्रवाई होगी. यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा. हालांकि, जिला शिक्षा अधिकारी इन शिक्षकों को शोकॉज नोटिस जारी करने की बात कह रहा है.