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निराश्रित गोवंश को नंदी शाला में शिफ्ट करने की मांग को लेकर बंद रहे बूंदी के बाजार

बूंदी शहर में विचरण कर रहे निराश्रित गोवंश को नगर परिषद की नवनिर्मित नंदी शाला में शिफ्ट करने की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन अब बढ़ रहा है. मंगलवार को इसके समर्थन में व्यापारियों ने बूंदी के बाजार बंद रखे.

Bundi markets remained closed due to the demand to shift the destitute cattle to Nandi Shala.
निराश्रित गोवंश को नंदी शाला में शिफ्ट करने की मांग को लेकर बंद रहे बूंदी के बाजार
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 12, 2024, 5:22 PM IST

बूंदी. निराश्रित गोवंश को नगर परिषद की नवनिर्मित नंदी शाला में शिफ्ट करने की मांग को लेकर शहर के बाजार मंगलवार को बंद रहे. गोभक्तों और व्यापारी वर्ग ने इसका आह्वान किया था. इस दौरान शहर के निजी स्कूलों में भी अवकाश रहा. अभिभाषक परिषद से जुड़े वकीलों ने भी इस मांग के समर्थन में सांकेतिक न्यायिक कार्य स्थगित रखा.

शहर के सभी व्यापारिक संगठनों ने बूंदी बंद का समर्थन किया. दोपहर को शहर के व्यापारी जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे. यहां पुलिस ने उन्हें मुख्य द्वार पर ही रोक लिया. कलेक्ट्रेट के भीतर दाखिल होने को लेकर व्यापारियों व पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी नोक झोंक हुई. व्यापारियों ने पुलिस उपाधीक्षक पर शहर के जिम्मेदार व्यापारी बंधुओं के साथ अमर्यादित व्यवहार करने का आरोप भी लगाया. व्यापारियों ने कहा कि वे शांतिपूर्ण तरीके से जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने जा रहे थे, लेकिन गेट के बाहर ही उन्हें रोक कर मुकदमा दर्ज करने की धमकियां दी गई. इससे नाराज व्यापारियों ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर मुख्य द्वार पर ही ज्ञापन चस्पा कर दिया. इधर, कलेक्ट्रेट के बाहर चल रहा गोपाल गौ सेवा संस्थान का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन मंगलवार को 16वें दिन भी जारी रहा।

पढ़ें: खेत के चारों ओर से लगे बिजली के तार से चिपकने से छात्र की मौत, दो दिन से था लापता

संयुक्त व्यापार संघ से जुड़े नेता प्रतिपक्ष मुकेश माधवनी ने कहा कि जिला प्रशासन के उदासीन रवैया व पुलिस के अमर्यादित व्यवहार से नाराज व्यापार संघ के पदाधिकारियों ने मौके पर ही जिला प्रशासन के सभी कार्यक्रमों का बहिष्कार करने की घोषणा की है. उन्होंने बताया कि गोभक्तों के लंबे संघर्ष के बाद तत्कालीन जिला कलेक्टर ने देवपुरा पटवार हल्के में 28 बीघा भूमि नंदी शाला के लिए आवंटित की थी. इस पर अतिक्रमण हो रखे थे, जिन्हें बड़ी मुश्किल से हटवाया गया.

उन्होंने आरोप लगाया कि अब नगर परिषद की ओर से चारदीवारी निर्माण करवाया जा चुका है, लेकिन कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया जा रहा है. उधर गोपाल गौ सेवा संस्थान के सचिव गोपाल माहेश्वरी ने कहा कि नगर परिषद के अधिकारी प्रशासन को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस स्टे की बात जिला कलेक्टर व नगर परिषद के आधिकारी कर रहे हैं, उसमें कहीं भी नंदी शाला या नगर परिषद का कोई विवरण नहीं है. उन्होंने कहा कि जब तक गोवंश को नंदी शाला में शिफ्ट नहीं कर दिया जाता तब तक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. संयुक्त व्यापार महासंघ अध्यक्ष प्रेम प्रकाश एवरग्रीन एवं सचिव प्रशांत मोदी ने कहा कि व्यापारियों के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार के विरोध में सभी व्यापार संगठनों ने जिला प्रशासन एवं पुलिस के कार्यक्रमों एवं प्रशासनिक बैठकों के बहिष्कार करने का निर्णय किया है.

यह भी पढ़ें: कुंभकर्णी नींद में सोता रहा वन विभाग, रिहायशी इलाके में मटरगश्ती करते दिखा पैंथर

बंद के दौरान व्यापार महासंघ अध्यक्ष निरंजन जिंदल, नगर परिषद के पूर्व उपसभापति संतोष कटारा, हेयर सैलून एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेश कुमार सेन, इंद्रा मार्केट व्यापार संघ वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेश बहेडिया, कोटा रोड व्यापार संघ उपाध्यक्ष मनीष शर्मा आदि मौजूद रहे.

बूंदी. निराश्रित गोवंश को नगर परिषद की नवनिर्मित नंदी शाला में शिफ्ट करने की मांग को लेकर शहर के बाजार मंगलवार को बंद रहे. गोभक्तों और व्यापारी वर्ग ने इसका आह्वान किया था. इस दौरान शहर के निजी स्कूलों में भी अवकाश रहा. अभिभाषक परिषद से जुड़े वकीलों ने भी इस मांग के समर्थन में सांकेतिक न्यायिक कार्य स्थगित रखा.

शहर के सभी व्यापारिक संगठनों ने बूंदी बंद का समर्थन किया. दोपहर को शहर के व्यापारी जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे. यहां पुलिस ने उन्हें मुख्य द्वार पर ही रोक लिया. कलेक्ट्रेट के भीतर दाखिल होने को लेकर व्यापारियों व पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी नोक झोंक हुई. व्यापारियों ने पुलिस उपाधीक्षक पर शहर के जिम्मेदार व्यापारी बंधुओं के साथ अमर्यादित व्यवहार करने का आरोप भी लगाया. व्यापारियों ने कहा कि वे शांतिपूर्ण तरीके से जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने जा रहे थे, लेकिन गेट के बाहर ही उन्हें रोक कर मुकदमा दर्ज करने की धमकियां दी गई. इससे नाराज व्यापारियों ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर मुख्य द्वार पर ही ज्ञापन चस्पा कर दिया. इधर, कलेक्ट्रेट के बाहर चल रहा गोपाल गौ सेवा संस्थान का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन मंगलवार को 16वें दिन भी जारी रहा।

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संयुक्त व्यापार संघ से जुड़े नेता प्रतिपक्ष मुकेश माधवनी ने कहा कि जिला प्रशासन के उदासीन रवैया व पुलिस के अमर्यादित व्यवहार से नाराज व्यापार संघ के पदाधिकारियों ने मौके पर ही जिला प्रशासन के सभी कार्यक्रमों का बहिष्कार करने की घोषणा की है. उन्होंने बताया कि गोभक्तों के लंबे संघर्ष के बाद तत्कालीन जिला कलेक्टर ने देवपुरा पटवार हल्के में 28 बीघा भूमि नंदी शाला के लिए आवंटित की थी. इस पर अतिक्रमण हो रखे थे, जिन्हें बड़ी मुश्किल से हटवाया गया.

उन्होंने आरोप लगाया कि अब नगर परिषद की ओर से चारदीवारी निर्माण करवाया जा चुका है, लेकिन कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया जा रहा है. उधर गोपाल गौ सेवा संस्थान के सचिव गोपाल माहेश्वरी ने कहा कि नगर परिषद के अधिकारी प्रशासन को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस स्टे की बात जिला कलेक्टर व नगर परिषद के आधिकारी कर रहे हैं, उसमें कहीं भी नंदी शाला या नगर परिषद का कोई विवरण नहीं है. उन्होंने कहा कि जब तक गोवंश को नंदी शाला में शिफ्ट नहीं कर दिया जाता तब तक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. संयुक्त व्यापार महासंघ अध्यक्ष प्रेम प्रकाश एवरग्रीन एवं सचिव प्रशांत मोदी ने कहा कि व्यापारियों के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार के विरोध में सभी व्यापार संगठनों ने जिला प्रशासन एवं पुलिस के कार्यक्रमों एवं प्रशासनिक बैठकों के बहिष्कार करने का निर्णय किया है.

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बंद के दौरान व्यापार महासंघ अध्यक्ष निरंजन जिंदल, नगर परिषद के पूर्व उपसभापति संतोष कटारा, हेयर सैलून एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेश कुमार सेन, इंद्रा मार्केट व्यापार संघ वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेश बहेडिया, कोटा रोड व्यापार संघ उपाध्यक्ष मनीष शर्मा आदि मौजूद रहे.

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