जालोर: इस बार असंतुलित बारिश के बावजूद आहोर क्षेत्र में मूंग की पैदावार अच्छी हुई है, लेकिन अब सरकार की ओर से मूंग खरीद की लिमिट निर्धारित होने से किसानों को निराश होना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि इस बार पैदावार बम्पर हुई है. दाम भी अच्छे मिल रहे हैं, लेकिन खरीद की लिमिट कम होने से किसान चाह कर भी फायदा नहीं ले पा रहे हैं. इस कारण किसानों के लिए तो पहले वाली ही स्थिति बनी हुई है.
441 टन मूंग की हो चुकी खरीद: कान्हड़देव सोनगरा कृषि उपज मंडी समिति जालोर की उप मंडी प्रांगण आहोर में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में मूंग खरीद शुरू की गई थी. केंद्र पर कुल 2143 किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. अब रजिस्ट्रेशन बंद हो चुका है. इसमें से 215 किसानों के करीब 4410 क्विंटल मूंग की खरीद की जा चुकी है. केंद्र पर जनवरी तक खरीद की जाएगी. जिन किसानों के पास बिक्री के लिए मैसेज जाते हैं, वे मूंग बेचने की कतार में लगे हुए हैं. बुधवार शाम को भी केंद्र के बाहर सड़क पर ट्रैक्टर-ट्रॉली की कतार लगी हुई थी.
प्रति जनाधार केवल 25 क्विंटल बिक्री निर्धारित: सरकार ने लंबे समय से मूंग खरीद की लिमिट नहीं बढ़ाई है. प्रति जन आधार किसान से केवल 25 क्विंटल मूंग ही खरीद किया जा रहा है. अगर किसी किसान के खेत में 100 क्विंटल मूंग की पैदावार हुई है, तो शेष मूंग सरकार नहीं खरीदेगी. किसानों का कहना है कि लिमिट बढ़ाई जाए, तो किसानों को उनका हक मिल सकता है.
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इस बार दाम अच्छे पर लिमिट कम: आहोर केंद्र पर बुधवार को नोरवा के किसान आए हुए थे. किसान मांगीलाल ने बताया कि प्रति हेक्टेयर 10 क्विंटल 66 किलो मूंग व प्रति किसान 25 क्विंटल खरीद की जा रही है. इस बार प्रति क्विंटल 8600 रुपए मिल रहे हैं. इससे किसान खुश हैं, लेकिन लिमिट केवल 25 क्विंटल है. जिस कारण किसानों को शेष उत्पादन बाजार में देना पड़ रहा है. बाजार में दाम काफी कम है. इसका नुकसान किसानों को झेलना पड़ रहा है. किसानों की मांग है कि मूंग खरीद की लिमिट सरकार को बढ़ानी चाहिए.
इनका कहना है: आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित का कहना है कि मेरे पास किसानों के मैसेज आए हैं कि इस बार दाम तो ठीक हैं, लेकिन लिमिट 25 क्विंटल होने से किसान निराश हैं. मैं मंत्री से इस सम्बंध में बात कर लिमिट बढ़वाने का प्रयास करूंगा, ताकि किसानों को उनकी मेहनत का फल मिले.