रुड़की: हरिद्वार के मंगलौर स्थित लिब्बरहेड़ी गांव में बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान की अपील की. इसके साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा और कांग्रेस को जन विरोधी बताया. आज की रैली ने बसपा पदाधिकारियों की जमीनी स्तर पर पोल भी खोल कर रख दी. मायावती के मंच पर होने के दौरान भी पंडाल में लगी करीब चालीस प्रतिशत कुर्सियां खाली पड़ी रही.
हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी मौलाना जमील अहमद की चुनावी जनसभा में पहुंची बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा भाजपा ने 10 सालों में एक चौथाई विकास भी नहीं किया. उन्होंने कहा जब यूपी में पहली बार बसपा की सरकार बनी तब उत्तराखंड राज्य नहीं बना था. तब भी बसपा ने उत्तराखंड के लोगों की जरूरत को पूरा किया. भाजपा ने अधूरा आरक्षण का कोटा भी अभी तक नहीं भरा है. उन्होंने कहा भाजपा राज में उत्तराखंड में प्रकृति के साथ खिलवाड़ हो रहा है. भाजपा की गलत कृषि नीति के कारण किसान आए दिन आंदोलन कर रहे हैं. भाजपा सिर्फ पूंजीपतियों की सरकार है. उन्होंने कहा इस देश की जनता बदलाव चाहती है. उन्होंने जनता से हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी जमील अहमद कासमी, पौड़ी लोकसभा क्षेत्र प्रत्याशी दीप सिंह बिष्ट, टिहरी लोकसभा प्रत्याशी नेमचंद के पक्ष में मतदान की अपील की.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा भाजपा ईवीएम के सहारे एक बार फिर सत्ता में आने का प्रयास करेगी, सभी को इससे सतर्क रहना है. सभी को बसपा के पक्ष में मतदान करना है. उन्होंने कहा भाजपा सरकार ने आज तक लोगों का उत्पीड़न किया है. गरीबी महंगाई आदि से जनता त्रस्त है. उन्होंने कहा धर्म के नाम पर लोगों का उत्पीड़न किया जा रहा है. हल्द्वानी में वर्षों पुरानी मस्जिद को तोड़कर भाजपा ने अपना असली चेहरा दिखाया है. उन्होंने कहा आज भ्रष्टाचार चरम पर हैं. देश की सीमाएं भी सुरक्षित नहीं हैं. केंद्र की गलत नीतियों और कार्य प्रणाली को लोग आजमा चुके हैं. विरोधी पार्टियां साम दाम दण्ड भेद हर हथकंडा अपना कर सत्ता में आने का प्रयास कर रही है.
कैडर वोटर भी नहीं जुटा पाए बसपा नेता: बताते चलें, किसी समय में हरिद्वार बसपा का गढ़ माना जाता रहा है. यहां बसपा सुप्रीमो की जनसभा में कभी पदाधिकारियों को मेहनत नहीं करनी पड़ी. बड़े से बड़े मैदान को भरने का रिकॉर्ड तक पहले बसपा के नाम रहा है. आज की रैली ने बसपा पदाधिकारियों की जमीनी स्तर पर पोल खोल कर रख दी. मायावती के मंच पर होने के दौरान भी पंडाल में लगी करीब चालीस प्रतिशत कुर्सियां खाली पड़ी रही.