लातेहारः जिले के जारम गांव के ग्रामीणों का 18 वर्षों का इंतजार अब खत्म होने वाला है. लातेहार डीसी गरिमा सिंह के प्रयास से जारम गांव के सुकरी नदी पर अधूरे पड़े पुल का निर्माण फिर से जल्द शुरू होने वाला है. पुल निर्माण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. पुल निर्माण होने से दर्जनों गांव के सैकड़ों ग्रामीण लाभान्वित होंगे.
बरसात के मौसम में गांव टापू में हो जाता है तब्दील
दरअसल, जारम गांव के सुकरी नदी पर पुल नहीं बनने के कारण यहां के ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. सबसे अधिक परेशानी बरसात के दिनों में होती है. बरसात के मौसम में जब भी मूसलाधार बारिश होती है,तो यह गांव पूरी तरह टापू में बदल जाता है. गांव से बाहर जाने या फिर बाहर से गांव आने का कोई रास्ता नहीं बचता. इस दौरान यदि कोई ग्रामीण बीमार पड़ जाएं तो उसका इलाज भी कराना संभव नहीं होता है. कई बार तो इलाज के अभाव में ग्रामीणों की मौत भी हो जाती है.
18 वर्ष पहले शुरू हुआ था पुल निर्माण कार्य
ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए 18 वर्ष पहले वर्ष 2006 में सुकरी नदी पर पुल निर्माण का कार्य शुरू हुआ था, लेकिन नक्सलियों के डर के कारण पुल निर्माण का कार्य आधे में ही रोक दिया गया था. उसके बाद से कई बार प्रयास के बावजूद पुल का निर्माण कार्य फिर से आरंभ नहीं हो पाया. इस कारण ग्रामीणों की उम्मीद भी धीरे-धीरे टूटने लगी. इसी बीच स्थानीय लोगों के साथ-साथ जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव के द्वारा भी इस मामले को लेकर लगातार आवाज उठाई गई, लेकिन पुल निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका.
लातेहार डीसी गरिमा सिंह का प्रयास लाया रंग
इधर, लातेहार में पदस्थापना के बाद जब डीसी गरिमा सिंह को इस मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने इस पर गंभीरता दिखाते हुए गांव तक पहुंचने के लिए पुल निर्माण कार्य करने की दिशा में पहल की. डीसी के प्रयास से पुल निर्माण के लिए कागजी प्रक्रिया और डीपीआर निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया .पुल निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति के लिए इसे भेज भी दिया गया है. प्रशासनिक स्वीकृति मिलते ही पूर्ण निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा.
पुल निर्माण का डीपीआर हो गया है तैयार
लातेहार डीसी गरिमा सिंह ने बताया कि जारम गांव के सुकरी नदी पर पुल निर्माण की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. पुल का डीपीआर बनकर तैयार हो गया है. टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पुल का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी ऐसा गांव न हो जहां पुल-पुलिया और सड़क की किसी प्रकार की कोई समस्या बचे.
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