शिमला: मिर्जापुर वेब सीरीज के बबलू पंडित और 12th फेल फेम विक्रांत मैसी ने फिल्म इंडस्ट्री से ब्रेक लेने का मन बना लिया है या यूं कहें कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ने का मन बना लिया है. विक्रांत मैसी के इस पैसले से उनके फैन्स और आलोचक काफी हैरान हैं. हाल ही में उनकी फिल्म साबरमती रिलीज हुई है. इसको दर्शकों का कुछ अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है, लेकिन इसी बीच उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक पोस्ट कर सबको चौंका दिया.
उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा कि, 'हैलो, आखिरी के कुछ साल मेरे लिए बेहतरीन रहे हैं. अच्छे रहे. मैं आप सभी का शुक्रिया कहना चाहता हूं कि आपने मुझे इतना सपोर्ट किया. मगर अब मैं आगे बढ़ना चाहता हूं, मुझे ऐसा लगता है कि अब घर वापसी का वक्त हो गया है. एक पति के तौर पर, एक पिता, एक बेटे और एक एक्टर के तौर पर भी अब मैं वापिस लौटना चाहता हूं. तो आने वाले साल यानी 2025 में हम आखिरी बार मिलेंगे. तब तक जब तक सही समय नहीं आता. आखिरी दो फिल्म और यादों के कई साल. आप सभी का एक बार और शुक्रिया.'
शिमला से जुड़ी हैं मैसी की जड़ें
विक्रांत मैसी भले ही मुंबई में पले बढ़े हों, लेकिन उनकी पारिवारिक जड़ें हिमाचल से जुड़ी हैं. विक्रांत ने कुछ दिन पहले Unfiltered by Samdish में दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि, 'मेरा दादा शिमला के रहने वाले थे और वो भी एक शानदार एक्टर थे. दादा शिमला में एक निजी होटल में जनरल मैनेजर थे. इसके साथ ही वो गेयटी थियेरटर में बतौर रंगकर्मी भी काम किया करते थे, जहां उन्होंने उन्होंने 20 से 22 साल बतौर एक्टर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर काम किया है.'
कैरेक्टर आर्टिस्ट थे दादा 200 फिल्मों में किया काम
विक्रांत मैसी ने बताया कि, 'उनके दादा कैरेक्टर आर्टिस्ट थे. उन्हें डॉ. राजेंद्र प्रसाद से ऑल इंडिया ड्रैमेटिक कॉम्पीटीशन में दो बार गोल्ड मेडल मिला. वो 'नया दौर' में थे. उन्होंने देवानंद और दिलीप कुमार के साथ काम किया. इसके साथ ही उन्होंने गाइड फिल्म में भी एक सीन किया है. करीब 200 फिल्मों में उन्होंने काम किया. उन्होंने वकील, डॉक्टर जैसे किरदार फिल्मों में निभाए. उन्होंने बीआर चोपड़ा के साथ बहुत काम किया है.'
फिल्मों में काम करने मुंबई आए दादा
मैसी ने बताया कि, 'उनकी दादी नर्स थी और मुंबई के भाभा हॉस्पिटल में थी. इससे पहले वो शिमला में नर्स का काम करती थी. शिमला में वो बर्फ में इंसुलिन के इंजेक्शन लगाने के लिए 4-4 किलोमीटर पैदल चलकर जाती थीं. उनके दादा रविकांत मैसी को किसी ने फिल्मों में काम करने की सलाह दी थी, इसलिए वो परिवार के साथ मुंबई रहने आ गए थे, लेकिन वो कभी दादा से नहीं मिल पाए.'
हिमाचल के धर्मशाला से हैं पत्नी
विक्रांत मैसी की पत्नी शीतल ठाकुर हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला से हैं. शीतल ठाकुर भी एक मॉडल और एक्ट्रेस हैं और कॉलेज के दिनों में मिस हिमाचल रह चुकी हैं. वो 10 के करीब फिल्म और वेब सीरीज में काम कर चुकी हैं. साल 2018 में Broken But Beautiful नाम की वेब सीरीज में विक्रांत मैसी और शीतल ठाकुर एक साथ नजर आ चुके हैं. दोनों ने साल 2022 में शादी की थी. दोनों का एक बच्चा भी है. इस इंटरव्यू में उन्होंने ये भी बताया कि, 'उनके घर में सब अलग अलग धर्मों से हैं. उनकी मां सिख है, पिता क्रिश्चियन और उनका भाई इस्लाम धर्म अपना चुका है. उस समय उसकी उम्र 17 साल थी. मेरे घर में इसे लेकर किसी को कोई समस्या नहीं थी.'
12th फेल ने दिलाई पहचान
37 साल के विक्रांत मैसी ने टेलीविजन शो धूम मचाओ धूम से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद विक्रांत मैसी ने 2009 में बालिका वधू टीवी सीरियल में काम किया. लुटेरा फिल्म से उन्होंने फ़िल्मी दुनिया में कदम रखा. गिन्नी वेड्स सनी, हसीन दिलरुबा, लव हॉस्टल में काम किय, लेकिन असली पहचान उन्हें मिर्जापुर वेब सीरीज और 12th फेल से मिली.