जयपुर. राजधानी जयपुर की गलता गेट थाना पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर की वारदात का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बदमाशों ने महज 1200 रुपए लूटने के लिए ऑटो चालक की हत्या कर दी थी. हत्या के आरोपियों पर पहले से ही 30 हजार रुपए का इनाम घोषित था. बदमाशों ने नशे की लत को पूरा करने के लिए ऑटो चालक की हत्या करके लूट की थी. पुलिस ने आरोपी मोहम्मद बाबुल उर्फ खुरजा बाबुल उर्फ दागिल बाबुल और युसूफ कुरैशी उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया है. आरोपी बाबुल पहले डकैती के मामले में 18 साल जेल में रह चुका है. पुलिस ने आरोपियों के पास से मृतक का मोबाइल फोन और दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
जानें पूरा मामला : एसीपी रामगंज हरिशंकर शर्मा ने बताया कि मृतक के भतीजे शब्बीर खान ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 5 फरवरी, 2024 को रात करीब 11 बजे उसके भाई बादशाह ने कमरे पर आकर बताया कि चाचा मजीद खान के साथ कोई घटना हो गई है और उनकी उसमें मौत हो गई है. उनके पास उनका मोबाइल भी नहीं था. मृतक ऑटो चलाता था. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा और एडिशनल डीसीपी रानू शर्मा के निर्देशन में गलता गेट थाना अधिकारी लिखमाराम के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया.
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पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. जयपुर शहर में करीब 500 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए. साथ ही मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया. मृतक के निवास और कार्यस्थल के आसपास से सूचनाओं संकलित की गई. मृतक एक ऑटो चालक था. ऐसे में शहर के विभिन्न इलाकों में करीब 200 से अधिक ऑटो चालकों से गहनता से पूछताछ की गई. प्रकरण के अनुसंधान में तकनीकी सहायता ली गई. वहीं, आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए अजमेर, पाली, मुंबई और दिल्ली में फरारी काट रहे थे.
पुलिस की टीम ने पारंपरिक पुलिसिंग, वर्तमान सूचना तकनीकी और मुखबिर तंत्र के साथ सीसीटीवी कैमरों के आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुंची कि यह निर्मल हत्या की घटना नशेड़ियों ने की है. नशेड़ी घटनास्थल के आसपास के ही रहने वाले हो सकते हैं. नशेड़ियों के बारे में जानकारियां जुटाई गई. पहले के आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले गए. पुलिस ने अथक प्रयास करते हुए आरोपियों को चिन्हित किया और गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. आरोपी लूट, डकैती के आदतन अपराधी है. आरोपी बाबुल 1994 में मालवीय नगर इलाके में हुई डकैती में शामिल था, जिसकों न्यायालय से सजा हुई थी. सजा होने पर 18 साल जेल में सजा काटकर बाहर आया था.
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आरोपियों के कब्जे से मृतक का मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं. आरोपी सोनू कुरैशी के पास मृतक के ऑटो की आरसी बरामद हुई है. वारदात में शामिल सोनू कुरैशी का साथी अकील उर्फ पीपा वर्तमान में रामगंज से स्थायी वारंट के मामले में निरुद्ध होकर बाल सुधार गृह में है. आरोपी अकील उर्फ पीपा का स्थायी वारंट का मामला नाबालिग होने के समय का था. अकील उर्फ पीपा को भी अब गिरफ्तार किया जाएगा.
इस तरह दिया था वारदात को अंजाम : पुलिस के मुताबिक आरोपी नशा करने की आदी है. अपने दोस्तों के साथ मिलकर ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा किराए पर लेकर लूट की वारदात करते थे. उनको सुनसान जगह पर ले जाकर उनके पैसे, मोबाइल और अन्य दस्तावेज छीन कर भाग जाते थे. विरोध करने पर मारपीट करते थे. आरोपी युसूफ उर्फ सोनू अपने दोस्त अकील उर्फ पीपा के साथ मिलकर लूट के इरादे से मृतक मजीद खान का ऑटो सिंधी कैंप के पास से किराए पर लेकर ईदगाह के पास गलता गेट इलाके में आए थे.
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पुलिया नंबर दो दिल्ली बायपास रोड कब्रिस्तान के पास खड़ी बस की आड़ में ऑटो को रुकवाकर आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया था. आरोपी सोनू उर्फ युसूफ और उसके साथी अकील उर्फ पीपा ने ऑटो चालक के पैसे, मोबाइल और अन्य दस्तावेज छीन कर भागने की कोशिश की. इस पर ऑटो चालक मजीद खान ने उनका विरोध किया. उसके बाद आरोपियों ने ऑटो चालक मस्जिद खान के साथ मारपीट की और उसकी हत्या कर दी. ऑटो चालक की जेब से करीब 1200 रुपए नकदी थी. आरोपी मृतक का मोबाइल, दस्तावेज और नकद 1200 रुपए लेकर मौके से फरार हो गए थे.