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एक फूल की कीमत 400 रुपए, बिहार के किसान इसकी खेती से बन गए हैं मालामाल, जानिए कैसे होती है खेती - LILY FLOWER CULTIVATION IN BIHAR

FLOWER CULTIVATION IN MUZAFFARPUR: बिहार के मुजफ्फरपुर में विदेशी फूल से नर्सरी वाले मालामाल हो रहे हैं. रामकिशोर सिंह 200 से 250 वर्ग फीट में इसकी खेती शुरू की है. इस लिली फूल की खेती से तीन महीने में लाखों रुपए की कमाई हो सकती है. पढ़ें पूरी खबर.

मुजफ्फरपुर में ब्लैक लिली और लिलियम फूल की खेती
मुजफ्फरपुर में ब्लैक लिली और लिलियम फूल की खेती
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 26, 2024, 7:59 PM IST

Updated : Mar 27, 2024, 8:04 AM IST

मुजफ्फरपुर में विदेशी फूल की खेती

मुजफ्फरपुर: बिहार में फूल की खेती मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है. स्थानीय फूल के साथ साथ विदेशी फूलों की भी डिमांड खूब है. मुजफ्फरपुर के नर्सरी संचालक रामकिशोर ने विदेशी फूल की खेती शुरू की है. इस एक फूल की कीमत बाजार में 400 रुपए है. यह ज्यादातर ठंड के मौसम में ही होती है.

फूल की खेती पर अच्छा मुनाफाः मुजफ्फरपुर के रामकिशोर सिंह करीब तीन साल पहले हॉलैंड की फूल लिलियम को मंगवाए थे. इसबार उन्होंने ब्लैक लिली की खेती शुरू की है. बाजार में एक ब्लैक लिली की कीमत 400 और एक लिलियम की कीमत 100 है. इस फूल की खेती पर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.

मुजफ्फरपुर में विदेशी फूल की खेती
मुजफ्फरपुर में विदेशी फूल की खेती

हॉलैंड से मंगवायी बीजः रामकिशोर सिंह ने बताया कि पांच साल पहले हॉलैंड की ब्लैक लिली और लिलियम के बारे में सुना था. इसके बाद मेरी दिलचस्पी फूलों में बढ़ गई थी. उन्होंने प्रयोग के तौर पर इन फूलों की बीज को मंगवाए. बताते हैं कि बीज दिल्ली से मंगवानी पड़ी थी. उन्होंने प्रयोग के तौर पर करीब 1 दर्जन पौधे उगाए. पौधे में फूल खिलने लगे.

फूलों की व्यावसायिक खेती शुरूः बाजार में इसकी डिमांड बढ़ने पर उन्होंने ब्लैक लिली और लिलियम के फूलों की व्यावसायिक खेती शुरू की है. कई लोग फूल उगाने का तरीका सीखने आ रहे हैं अब वे उन्हें भी बताते है कि किस तरह से इन दोनों फूलों की खेती होगी.

ईटीवी भारत GFX.
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"करीब दो से ढाई महीने में फूल तैयार हो जाते हैं. ब्लैक लिली और लिलियम की खेती कम तापमान में की जाती है. इसकी अच्छी पैदावार के लिए दिन का तापमान 25 सेंटीग्रेड से कम और रात का 12 सेंटीग्रेड से कम नहीं होना चाहिए. यह सीजन खत्म होने के बाद इसकी खेती अगस्त और सितंबर में आसानी से हो जाती है." -रामकिशोर सिंह

लिलियम का फूल क्या है: रामकिशोर बताते हैं कि ब्लैक लिली और लिलियम पौधा लिलीयस कुल का होता है. लिलीयस यानि एक बीजपत्रीय. एक बौधे से एक बार में एक ही फूल निकल सकता है. इसके बाद यह पौधा नष्ट हो जाता है. जिस तरह से केले के एक पेड़ से एक ही बार फल होता है ठीक उसी तरह यह भी है.

लिली का फूल.
लिली का फूल.

5 रंग का होता है लिलियमः सौंदर्य प्रसाधनों के निर्माण में उपयोग लिलियम 6 पंखुड़ी वाला सफेद, नारंगी, पीला, लाल और गुलाबी रंग का होता है. जापान में सफेद लिली को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. जबकि नारंगी फूल को वृद्धि और उत्साह का प्रतीक माना जाता है. इसके फूल कीप आकार के होते हैं. इसका उपयोग सजावट व सौंदर्य प्रसाधनों के निर्माण में किया जाता है.

ईटीवी भारत GFX.
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30 रुपए में मिलता है बीज: राम किशोर बताते हैं कि लिलियम फूल का बीज करीब 30 रुपए में मिलता है. यह अमेरिका से दिल्ली आता है. एक पौधे पर करीब 15 से 20 रुपए खर्च होता है. बाजार में यह 70 से 100 रुपये तक मिलता हैं. फिलहाल, 200 से 250 वर्ग फिट में इसकी शुरुआत हुई है. वहीं ब्लैक लिली में 300 रुपए तक खर्च आता हैं. इसकी बाजार में कीमत 400 रुपए तक है.

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मुजफ्फरपुर में विदेशी फूल की खेती

मुजफ्फरपुर: बिहार में फूल की खेती मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है. स्थानीय फूल के साथ साथ विदेशी फूलों की भी डिमांड खूब है. मुजफ्फरपुर के नर्सरी संचालक रामकिशोर ने विदेशी फूल की खेती शुरू की है. इस एक फूल की कीमत बाजार में 400 रुपए है. यह ज्यादातर ठंड के मौसम में ही होती है.

फूल की खेती पर अच्छा मुनाफाः मुजफ्फरपुर के रामकिशोर सिंह करीब तीन साल पहले हॉलैंड की फूल लिलियम को मंगवाए थे. इसबार उन्होंने ब्लैक लिली की खेती शुरू की है. बाजार में एक ब्लैक लिली की कीमत 400 और एक लिलियम की कीमत 100 है. इस फूल की खेती पर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.

मुजफ्फरपुर में विदेशी फूल की खेती
मुजफ्फरपुर में विदेशी फूल की खेती

हॉलैंड से मंगवायी बीजः रामकिशोर सिंह ने बताया कि पांच साल पहले हॉलैंड की ब्लैक लिली और लिलियम के बारे में सुना था. इसके बाद मेरी दिलचस्पी फूलों में बढ़ गई थी. उन्होंने प्रयोग के तौर पर इन फूलों की बीज को मंगवाए. बताते हैं कि बीज दिल्ली से मंगवानी पड़ी थी. उन्होंने प्रयोग के तौर पर करीब 1 दर्जन पौधे उगाए. पौधे में फूल खिलने लगे.

फूलों की व्यावसायिक खेती शुरूः बाजार में इसकी डिमांड बढ़ने पर उन्होंने ब्लैक लिली और लिलियम के फूलों की व्यावसायिक खेती शुरू की है. कई लोग फूल उगाने का तरीका सीखने आ रहे हैं अब वे उन्हें भी बताते है कि किस तरह से इन दोनों फूलों की खेती होगी.

ईटीवी भारत GFX.
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"करीब दो से ढाई महीने में फूल तैयार हो जाते हैं. ब्लैक लिली और लिलियम की खेती कम तापमान में की जाती है. इसकी अच्छी पैदावार के लिए दिन का तापमान 25 सेंटीग्रेड से कम और रात का 12 सेंटीग्रेड से कम नहीं होना चाहिए. यह सीजन खत्म होने के बाद इसकी खेती अगस्त और सितंबर में आसानी से हो जाती है." -रामकिशोर सिंह

लिलियम का फूल क्या है: रामकिशोर बताते हैं कि ब्लैक लिली और लिलियम पौधा लिलीयस कुल का होता है. लिलीयस यानि एक बीजपत्रीय. एक बौधे से एक बार में एक ही फूल निकल सकता है. इसके बाद यह पौधा नष्ट हो जाता है. जिस तरह से केले के एक पेड़ से एक ही बार फल होता है ठीक उसी तरह यह भी है.

लिली का फूल.
लिली का फूल.

5 रंग का होता है लिलियमः सौंदर्य प्रसाधनों के निर्माण में उपयोग लिलियम 6 पंखुड़ी वाला सफेद, नारंगी, पीला, लाल और गुलाबी रंग का होता है. जापान में सफेद लिली को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. जबकि नारंगी फूल को वृद्धि और उत्साह का प्रतीक माना जाता है. इसके फूल कीप आकार के होते हैं. इसका उपयोग सजावट व सौंदर्य प्रसाधनों के निर्माण में किया जाता है.

ईटीवी भारत GFX.
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30 रुपए में मिलता है बीज: राम किशोर बताते हैं कि लिलियम फूल का बीज करीब 30 रुपए में मिलता है. यह अमेरिका से दिल्ली आता है. एक पौधे पर करीब 15 से 20 रुपए खर्च होता है. बाजार में यह 70 से 100 रुपये तक मिलता हैं. फिलहाल, 200 से 250 वर्ग फिट में इसकी शुरुआत हुई है. वहीं ब्लैक लिली में 300 रुपए तक खर्च आता हैं. इसकी बाजार में कीमत 400 रुपए तक है.

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Last Updated : Mar 27, 2024, 8:04 AM IST
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