रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंत्रिमंडल विस्तार कर दिया है और इस बार कोई बर्थ भी खाली नहीं रखा गया है. नवनियुक्त मंत्रियों के साथ कैबिनेट की बैठक और उसके बाद कई मंत्रियों ने पदभार भी ग्रहण कर लिया है. लेकिन अभी भी राज्य की राजनीति में मुख्यमंत्री के कैबिनेट विस्तार पर बयानबाजी तेज है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय चौरसिया ने बसंत सोरेन को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दिए जाने को मुद्दा बनाते हुए झामुमो पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि झामुमो में राजा रानी का राज चल रहा है. हेमंत सोरेन पार्टी और सरकार में सिर्फ अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पहले दिशोम गुरु शिबू सोरेन को धीरे धीरे पोस्टर बैनर से दूर किया. फिर मां समान अपनी भाभी को उनके अधिकार से वंचित कर दिया और अब उसी राह पर बसंत सोरेन है.
ओछी मानसिकता की परिचायक- झामुमो
झामुमो विधायक बसंत सोरेन को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दिए जाने पर भाजपा की बयानबाजी को झामुमो ने ओछी मानसिकता बताया है. पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि कैबिनेट में सीट सीमित है और सबको एडजस्ट करना होता है, ऐसे में भाजपा का बयान हास्यास्पद है.
चंपाई सोरेन सरकार में पथ निर्माण मंत्री बने थे बसंत सोरेन
ईडी की कार्रवाई में हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद चंपाई सोरेन की सरकार में बसंत सोरेन को पथ निर्माण मंत्री बनाया गया था. लेकिन बाद में बनी हेमन्त सोरेन सरकार में बसंत सोरेन को ड्रॉप करते हुए चंपाई सोरेन को मंत्री बनाया गया था. चंपाई सोरेन ने जब पार्टी छोड़ी तब उनकी जगह रामदास सोरेन को स्थान दिया गया लेकिन बसंत सोरेन को जगह नहीं मिली.
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