चंडीगढ़: बीजेपी ने हरियाणा में सभी दस सीटों पर जीत के लिए रणनीति तैयार कर चुकी है. इसके लिए पार्टी और संगठन के नेता मंथन कर चुके हैं. पार्टी जमीनी स्तर तक पहुंचने के लिए जहां कार्यकर्ताओं के घरों पर झंडा गाड़ने की तैयारी में है, वहीं सीएम और पूर्व सीएम के चेहरे के सहारे चुनावी जंग जीतने के लिए मैदान में उतरने का रोडमैप बना चुकी है.
दो दिन, दस सीट और जीत की रणनीति
बीजेपी हरियाणा में लोकसभा की सभी दस सीटों को जीतकर इतिहास बनाने की कवायद में जुटी है. इसके लिए पार्टी संगठन ने दो दिन गुरुग्राम में मंथन किया. जिसमें संगठन और पार्टी के नेता शामिल हुए. प्रदेश लोकसभा चुनाव प्रभारी सतीश पूनिया की अध्यक्षता में यह बैठकें हुई. जिसमें जीत का रोड मैप तैयार किया गया. वरिष्ठ नेताओं ने आने वाले दिनों में होने वाले पार्टी के कार्यक्रमों की रूपरेखा भी इस बैठक में तैयार की. इसके साथ ही बैठक में लोकसभा और विधानसभा स्तर पर होने वाली रैलियों को लेकर भी मंथन हुआ.
मोदी मंत्र के सहारे मिशन-10
हरियाणा में बीजेपी के लिए एक बार फिर से सभी 10 लोकसभा सीटें जीतना सबसे बड़ी चुनौती है. केंद्र की मोदी सरकार की दस साल की उपलब्धियों और हरियाणा में नौ साल से अधिक बीजेपी सरकार के कार्यों के दम पर बीजेपी जनता के बीच जाने की रणनीति बना रही है. पार्टी के चुनाव प्रभारी डॉक्टर पुनिया कहते हैं कि डबल इंजन की सरकार के कामों से संतुष्ट है. मिशन 370 और मिशन 400 पार के लिए हरियाणा संकल्पित है, और निश्चित तौर पर दस की दस लोकसभा सीटें जिताकर हरियाणा की जनता नरेंद्र मोदी के पास भेजेगी.
स्थापना दिवस, अंबेडकर जयंती और रैली का प्लान
बीजेपी पार्टी के स्थापना दिवस पर 6 अप्रैल को अपने-अपने घरों पर पार्टी का झंडा लगाएंगे. वहीं 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर भी प्रदेश में अलग-अलग कार्यक्रम होंगे. इसके साथ ही विधानसभा स्तर पर रैलियां तय की गई हैं, जिनमें 20 से 22 विधानसभाओं में सीएम नायब सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल समेत बड़े नेता रैलियां करेंगे.
इस पर राजनीतिक मामलों के जानकार प्रोफेसर गुरमीत सिंह कहते हैं कि बीजेपी देश की सबसे बड़ी पार्टी है, उसका संगठन और कार्यकर्ताओं का मनोबल इस वक्त मजबूत है. ऐसे में वह अपनी रणनीति के सहारे विरोधियों पर भारी पड़ती दिखाई देती है. लेकिन हरियाणा में सभी दस सीटों पर जीत इस बात पर निर्भर करती है कि कांग्रेस किन चाहेरों को चुनावी मैदान में उतारती है. उससे पता चल पाएगा कि क्या बीजेपी सभी सीटों पर जीत दर्ज करने की स्थिति में है या नहीं.
'इस बार 10 सीट जीतना बड़ी चुनौती'
राजनीतिक विश्लेषक धीरेंद्र अवस्थी कहते हैं कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि बीजेपी चुनावी रणनीति बनाने में माहिर है. संगठन उसकी सबसे बड़ी मजबूती है. वे कहते हैं कि भले ही बीजेपी हरियाणा में इस बार फिर से सभी दस सीटों को जीतने का दावा कर रही हो लेकिन इस बार सभी दस सीटों पर चुनाव जीतना बीजेपी के लिए चुनौती है. क्योंकि जो उम्मीदवार पार्टी ने मैदान में उतरे हैं, उनमें दो-तीन ऐसे हैं जिनके सामने अगर कांग्रेस मजबूत उम्मीदवार उतारे तो बीजेपी हार जायेगी.