चरखी दादरी/रेवाड़ी: हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए शिक्षा विभाग ने निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए थे. इस बीच हरियाणा के कई जिलों में निजी स्कूल खुले हुए हैं. रेवाड़ी और चरखी दादरी जिले में भी कई निजी स्कूल खुले हुए हैं. बच्चों के स्कूल जाने से उनके बीमार होने का खतरा बना हुआ है.
खोले गए कई निजी स्कूल: शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार स्कूल खोले जाने पर कार्रवाई की जाने की बात कही गई थी. हालांकि अब तक किसी भी स्कूल पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वहीं, निजी स्कूल प्रबंधक बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं.
बच्चों के स्कूल ले जा रहे एक अभिभावक अमित कादयान ने कहा कि सरकार की ओर से आदेश जारी किया गया है. हालांकि स्कूल खुले हुए हैं. इन पर कार्रवाई होनी चाहिए.
शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किए हैं कि सभी सरकारी और निजी स्कूलों का 23 नवंबर तक छुट्टी रहेगी.अगर कोई स्कूल संचालक नियमों की अवहेलना करता पाया गया तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. -राजीव भारद्वाज, शिक्षा अधिकारी, चरखी दादरी
ग्रैप-4 लागू होने के बावजूद बरती जा रही लापरवाही: वहीं, रेवाड़ी जिला में भी बढ़ते ठंड के साथ प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. यहां भी प्रदूषण को देखते हुए 12वीं तक स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है. बावजूद इसके रेवाड़ी शहर में प्राइवेट स्कूल नियमों की अवहेलना कर रहा है. यहां भी कई निजी स्कूल खुले हुए हैं. ग्रैप-4 लागू होने के बावजूद इस तरह की लापरवाही से बच्चों के हेल्थ पर असर पड़ेगा. यहां निजी स्कूलों में छुट्टी के बावजूद भी बच्चों का स्कूल खुला है. जिला प्रशासन ऐसे स्कूलों पर कोई भी कार्रवाई नहीं कर रही है. स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं लगाने के आदेश दिए गए हैं.
बढ़ी सांस के मरीजों की संख्या: प्रदूषण के कारण जिला प्रशासन ने सभी निर्माण कार्यों पर रोक भी लगा दी है. कई जिलों का एआईक्यू भी खराब स्थिति में है. शहर के अस्पताल में भी आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत, दमा के रोगी भी पहुंच रहे हैं. इस बीच खंड शिक्षा अधिकारी सतपाल धूपिया ने कहा कि सभी विद्यालय आदेशों का गंभीरता से पालन करे. अगर कोई भी स्कूल खुला मिलेगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. स्कूल में टीम भेजकर स्कूल को भी बंद करवा दिया गया है.
भवन निर्माण पर लगाई गई रोक: वहीं, सरकार के आदेशानुसार नगर परिषद की ओर से ग्रैप के नियमों को लागू करने के लिए अधिकारी औक कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है. इन दिशा निर्देशों को लागू करवाने के लिए पालिका अभियंता (एमई) नरेश कुमार को ओवरऑल इंचार्ज बनाया गया है.इसके अलावा कनिष्ठ अभियंताओं (जेई) को भी जिम्मेदारी सौंपी है. भवन निर्माण पर भी रोक लगाई गई है.
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