जयपुर : राजस्थान की 7 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने तारीख का ऐलान कर दिया है. चुनावी घोषणा के साथ ही कांग्रेस और बीजेपी ने भी अपनी जीत के दावे करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के दावों के बीच बीजेपी ने सभी 7 सीटों पर जीत का दावा किया है. प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद उपचुनाव के रूप में होने वाली परीक्षा को लेकर ईटीवी भारत ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ से खास बात की. राठौड़ ने कहा कि वो इस चुनौती का सामना करने के लिए मजबूती से तैयार हैं. इस बार उपचुनाव में कांग्रेस से उनकी सीटें छीन लेंगे.
चुनौती के लिए तैयार : चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही पहली परीक्षा के सवाल पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि हमारी परीक्षा तो हर समय होती है और आप हमारी हर बार परीक्षा लेते हो. यह परीक्षा है. इस चुनौती का पूरी तरीके से सामना करेंगे. संगठन चुनाव लड़ता है. संगठन की पूरी तैयारी है. हम चुनाव जीतेंगे. राठौड़ ने कहा कि संगठन पूरी तरीके से सुदृढ़ है. संगठन मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगा और हम जीतेंगे भी. उम्मीदवारों के नाम को लेकर उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व हमसे राय लेता है. हमने उनको अपने सुझाव दे दिए हैं. उन्होंने अपने हिसाब से भी सर्वे कर रखें है, उनके पास पूरी रिपोर्ट है. उसके हिसाब से वह फैसला करेंगे. जल्द ही उम्मीवारों के नाम सामने होंगे.
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राठौड़ ने कहा कि लगातार लंबे समय से जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं, वहां पर काम चल रहा था. ग्राउंड पर पार्टी की पूरी तैयारी है. जल्द ही प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होगी. चुनौती के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि चुनौती तो कांग्रेस के सामने है. हमारे सामने कोई चुनौती नहीं है. हम सभी सीटें जीतेंगे. हम तो कांग्रेस से उनकी सीटें भी छीनने वाले हैं. प्रत्याशियों के नामों की घोषणा को लेकर राठौड़ ने कहा कि प्रत्याशियों को लेकर होमवर्क पूरा हो चुका है. जल्दी ही नाम भी सामने आ आएंगे. निर्धारित समय में हमारे सब नामांकन होंगे, हमारी पूरी तैयारी है.
कांग्रेस में परिवारवाद : चुनाव में परिवारवाद के सवाल पर मदन राठौड़ ने कहा कि हमारी पार्टी अपेक्षाओं के अनुसार उम्मीदवार का चुनाव करती है, जो पार्टी के लिए सक्रिय रूप से कम कर रहा है, उसी को पार्टी उम्मीदवार बनाती है. परिवारवाद तो कांग्रेस में है, जहां पर राज्यसभा से सोनिया गांधी सांसद हैं. लोकसभा में राहुल गांधी सांसद हैं और अब वायनाड लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं. परिवारवाद इसे कहते हैं. हमारी पार्टी तो एक आम कार्यकर्ताओं की पार्टी है, जो काम के आधार पर इनाम देती है, जो जनसेवक बनकर जनता का काम करता है, उसे पार्टी हमेशा आगे बढ़ाने का काम करती है, ना कि परिवारवाद के हिसाब से किसी को आगे बढ़ाती है. राठौड़ ने कहा कि हमारी पार्टी में चेहरा देखकर टिकट नहीं बांटे जाते हैं. यहां पर कार्यकर्ता की निष्ठा और उसकी ईमानदारी को देखकर टिकट दिया जाता है.
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यूटर्न नहीं, सम्मान है : कांग्रेस नेता द्वारा पर्ची सरकार व यू टर्न वाली सरकार कहने पर मदन राठौड़ ने कहा कि आरोप लगाना अलग बात है. कांग्रेस के नेता एक दूसरे को नकारा और निकम्मा तक बोल देते थे, जबकि हमारे नेताओं ने तो एक छोटी सी चिट्ठी को सम्मान दिया. हमारे नेताओं के एक-दूसरे से अच्छे संबंध हैं. शिक्षा विभाग ने तबादला सूची जारी की, लेकिन हमारे दूसरे विधायक या मंत्री को उसमें कुछ आपत्ति नजर आई तो उन्होंने चिट्ठी लिखी. उस चिट्ठी का दूसरे विभाग के मंत्री ने इस कदर सम्मान किया कि तबादला सूची को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया. इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है कि हम एक दूसरे जनप्रतिनिधि का कितना सम्मान करते हैं. डोटासरा के सर्कस के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि राठौड़ ने कहा कि जिनके घर में ही सर्कस है, वह हम पर आरोप लगा रहे हैं.