रांचीः झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में हुई अप्रत्याशित हार के कारणों को तलाशने में बीजेपी इन दिनों जुटी हुई है. दो दिवसीय समीक्षा बैठक के पहले दिन पहली बैठक चुनाव मैदान में हार का सामना करने वाले पार्टी प्रत्याशियों के साथ हुई.
रांची में भाजपा प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र त्रिपाठी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी सहित कई बड़े नेताओं की मौजूदगी में कई घंटों तक चली इस समीक्षा बैठक में हार की वजहों को बताया गया.
इस समीक्षा बैठक के दौरान पार्टी प्रत्याशियों के द्वारा अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के दौरान हुई कठिनाई और हार की वजह की जानकारी दी गई. ज्यादातर लोगों ने मंईयां योजना के प्रति लोगों का आकर्षण और सत्ता पक्ष के द्वारा चुनाव में जमकर पैसा खर्च किए जाने के कारण को हार की मुख्य वजह बताई. जानकारी के मुताबिक समीक्षा बैठक के दौरान हारे हुए प्रत्याशियों के द्वारा संगठन के अंदर चुनाव के दौरान देखी गई खामियों को बताते हुए जमकर भड़ास निकाली गयी.
लोबिन, भानु प्रताप, नारायण दास ने रखी बात
रांची स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में करीब 3 घंटे तक चली इस बैठक के दौरान लोबिन हेंब्रम, भानु प्रताप शाही, नारायण दास सहित कई पार्टी प्रत्याशियों ने अपने विचार रखे. बंद कमरे में हुई इस बैठक के दौरान पार्टी के शीर्ष नेता चुपचाप बातों को सुनते रहे बीच-बीच में राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी पार्टी नेताओं के द्वारा रखी जा रही बातों को नोट करते दिखे.
इस बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए भानु प्रताप शाही ने कहा कि विरोधियों के गोलबंदी की वजह से अभिमन्यु की तरह मुझे हराने का काम हुआ और चुनाव के दौरान सत्ताधारी नेताओं ने क्षेत्र में जमकर पैसे बांटे. लोबिन हेंब्रम ने अपनी हार के लिए चुनाव के वक्त तीर धनुष लगे एक पोस्ट पर अपनी तस्वीर वायरल होने का मुख्य वजह बताया. वहीं नारायण दास ने देवघर में अप्रत्याशित हार की वजहों को स्थानीय कारण बताया.
पार्टी के हारे हुए प्रत्याशियों की बैठक के बाद जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारी की बैठक जारी है. इसके बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय में देर शाम चुनाव प्रबंधन समिति और कोर कमेटी की बैठक होगी. हार के कारणों को तलाश में जुटी भारतीय जनता पार्टी का या मैराथन बैठक रविवार को भी जारी रहेगा. रांची में चल रही इस दो दिवसीय बैठक के बाद आगामी 3 दिसंबर को दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष होने वाली बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें संगठन की आगे की रूपरेखा तय होगी.
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