नाहन: देश में इमरजेंसी यानी आपातकाल की 50वीं बर्षगांठ पर बीजेपी ने बुधवार को नाहन में एक विरोध कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल विशेष रूप से मौजूद रहे. इस दौरान राजीव बिंदल ने जहां कांग्रेस को आपातकाल की याद दिलाई, तो वहीं इंडी गठबंधन के साथ-साथ कांग्रेस पर जमकर जुबानी हमला बोला.
बिंदल ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना तंज कसते हुए कहा कि आज संविधान की किताब उठाकर शपथ लेने वाले संविधान की बात कर रहे हैं. ये तो वही बात हो गई कि सो चूहे खाकर बिल्ली हज को चली. संविधान की दुहाई देने वाला इंडी गठबंधन और कांग्रेस को वो आज याद करवाना चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को भारत में इमरजेंसी लगाई थी. कुछ भी नहीं था, केवल न्यायालय का फैसला इंदिरा गांधी के खिलाफ आया था और न्यायालय में उन्हें गद्दी छोड़ने के लिए कहा था, लेकिन गद्दी से चिपके रहने के लिए पूरे देश को काल कोठरी में बदल दिया गया.
बिंदल ने कहा कि इमरजेंसी के दौरान डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को जेल में ठूंस दिया गया. सारे देश के बड़े-बड़े नेताओं को 19 महीने तक जेल में रहने के लिए बाध्य किया गया. संविधान को तोड़ मरोड़ कर उसकी वास्तविक भावना को समाप्त करते हुए केवल गद्दी को बचाने के लिए आजादी की लड़ाई लड़ने वाले हजारों व लाखों सैनानियों के बलिदान को शून्य कर दिया गया. देश में लोकतंत्र को समाप्त करने वाली कांग्रेस पार्टी और पार्टी की मुखिया इंदिरा गांधी ने आपातकाल लाया था. आज तक कांग्रेस पार्टी ने इसके लिए देश से माफी नहीं मांगी.
बिंदल ने कहा कि संविधान की किताब उठाकर जनता को बरगलाने का जो काम चल रहा है, जनता जानती है कि 50 से अधिक बार इस संविधान को परिवर्तित करने का काम कांग्रेस ने किया है.उन्होंने राहुल गांधी का बिना नाम लिए तंज कसते हुए कहा कि आज कांग्रेसी नेता संविधान की किताब उठाकर सौगंध लेने के लिए के लिए जा रहे है. सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली, ऐसी स्थिति कांग्रेस पार्टी की हो चली है और अब जाति, धर्म व सम्प्रदाय के नाम पर देश को बांटने का काम व षड्यंत्र कांग्रेस पार्टी कर रही है.