पटना : बिहार की राजधानी पटना में 18 जनवरी को राहुल गांधी के आगमन को लेकर कांग्रेस ने शहर भर में स्वागत पोस्टर लगाए हैं. राहुल गांधी संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होने और कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के लिए पटना आ रहे हैं. इन पोस्टरों में कांग्रेस के नेता उन्हें गरिमा के साथ स्वागत करने की कोशिश कर रहे हैं.
भाजपा का जवाबी पोस्टर वार : कांग्रेस के पोस्टरों के बीच भाजपा ने भी अपनी रणनीति के तहत कई तंज भरे पोस्टर लगाए हैं. भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के विचारों पर सवाल उठाते हुए पोस्टरों में उनकी बयानों का हवाला दिया है. एक पोस्टर में राहुल गांधी ने कहा था कि उनके दादा, पं. नेहरू ने संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर को चुनाव में हराया था, जिसे भाजपा ने 'देशवासियों को याद दिलाने' के रूप में प्रस्तुत किया. इसी तरह के कई अन्य पोस्टर राहुल गांधी के बयानों पर आधारित हैं.
पोस्टर में राहुल गांधी पर तंज : ईटीवी भारत ने पटना की सड़कों पर लगे इस पोस्ट का जायजा लिया. पोस्टर में राहुल गांधी और भाजपा नेता के बीच में संवाद दिखाया गया है. पोस्टर में बताया गया है कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि 'हिंदू हिंसक होता है'. तो भाजपा नेता कह रहे हैं कि 'सोचा कि बिहार के हिंदू भाइयों को याद दिला दूं'. अगले पोस्टर में राहुल गांधी ने कहा कि ''कांग्रेस संविधान को नहीं मानता इसलिए दादी ने आपातकाल लगाया था''. फिर भाजपा नेता ने कहा ''सोचा कि बिहार के भाइयों को याद दिला दूं.''
कांग्रेस-भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप : भाजपा नेता शैलेश महाजन ने कहा कि राहुल गांधी संविधान का सम्मान नहीं करते, न ही वह भीमराव अंबेडकर का सम्मान करते हैं. महाजन ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता उन्हें प्रधानमंत्री बनने के लिए बेचैन हैं, जबकि राहुल गांधी की काबिलियत केवल उनके परिवार से जुड़ी है.
''यह पोस्टर इसलिए लगाया गया है क्योंकि राहुल गांधी ना संविधान को मानते हैं, ना भीमराव अंबेडकर को मानते हैं और नहीं वह किसी का सम्मान करते हैं. ऐसे में कांग्रेस के नेता उन्हें प्रधानमंत्री बनने के लिए बेचैन है. आखिर उनमें क्या काबिलियत है? कांग्रेस के नेता बताएं उनकी बस यही काबिलियत है कि वह प्रधानमंत्री के पोता है, प्रधानमंत्री के पुत्र हैं और प्रधानमंत्री के परपोता हैं.''- शैलेश महाजन, भाजपा नेता
नगर निगम ने हटाए पोस्टर, कांग्रेस ने फिर से लगाए : गुरुवार को नगर निगम ने सफाई अभियान के तहत शहर भर में लगे इन पोस्टरों को हटा दिया था, लेकिन शुक्रवार को कांग्रेस ने नए पोस्टरों के साथ अपनी मौजूदगी दर्ज कराई. भाजपा ने भी जवाबी पोस्टरों के साथ अपनी राजनीतिक उपस्थिति को मजबूत किया है.
राहुल गांधी के दौरे से तेज होगी राजनीति : राहुल गांधी का पटना दौरा न केवल पोस्टर वार से शुरू हुआ है, बल्कि अब यह बयानबाजी और राजनीतिक गतिरोध का रूप ले सकता है. भाजपा और कांग्रेस के बीच इस विवाद के कारण बिहार की राजनीति में और तेज़ी आ सकती है.