रांची: झारखंड में चुनावी जंग जीतने के लिए देश के विभिन्न प्रांतों से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता-नेता प्रवास पर आ रहे हैं. राज्य के सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों में दूसरे राज्यों से आने वाले बीजेपी के चुनावी धुरंधरों को लगाया जायेगा. प्रारंभिक चरण में पार्टी द्वारा जो तैयारी की जा रही है उसमें हिन्दी भाषी राज्यों के ऐसे भाजपा कार्यकर्ताओं को झारखंड में लगाया जायेगा जिसकी शुरुआत चरणबद्ध रुप से अगस्त के पहले या दूसरे सप्ताह से होने वाली है.
जिन राज्यों से बीजेपी के चुनावी धुरंधर झारखंड में अपना रणकौशल दिखाने आने वाले हैं उसमें बिहार, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मध्यप्रदेश और राजस्थान शामिल है. जानकारी के मुताबिक बीजेपी के इन प्रवासी कार्यकर्ता-नेता की कुल मिलाकर संख्या करीब डेढ़ हजार के करीब होगी. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार की मानें तो लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव बीजेपी में प्रवास पर भाजपा कार्यकर्ताओं का आने की परंपरा रही है. पिछले छत्तीसगढ़ चुनाव में झारखंड से कई नेता और कार्यकर्ता प्रवास पर थे. प्रवास पर आने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं की चुनावी कौशल का लाभ पार्टी को मिलता है.
कई महत्वपूर्ण कार्यों को संभालेंगे प्रवासी बीजेपी नेता
विधानसभा चुनाव को लेकर झारखंड प्रवास पर आने वाले दूसरे प्रांत के बीजेपी नेता और कार्यकर्ता विधानसभा क्षेत्र से लेकर चुनाव दरम्यान कई महत्वपूर्ण कार्यों को संभालेंगे. प्रवास पर आने वाले नेताओं में बीजेपी के सामान्य कार्यकर्ता से लेकर पार्टी के पदाधिकारी, विधायक और केन्द्रीय मंत्री तक शामिल होंगे. प्रत्येक प्रवासी को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जायेगी. झारखंड से सटे अन्य राज्यों के सीमावर्ती जिले में पड़ोसी राज्य के बीजेपी कार्यकर्ताओं को लगाया जायेगा.
प्रवास के दौरान विधानसभा क्षेत्र में प्रत्येक दिन बूथ कमिटी से लेकर स्थानीय मुद्दे, पब्लिक से संपर्क अभियान और पार्टी के बारे में प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी उन्हें दी जायेगी. प्रवास पर रहने वाले भाजपा नेता-कार्यकर्ता के उपर होने वाले खर्च का वहन पार्टी द्वारा किया जायेगी. बहरहाल झारखंड विधानसभा चुनाव को प्रतिष्ठा के रुप में मानकर चुनाव मैदान में उतर रही बीजेपी ने यह ठान लिया है कि हर हाल में इस चुनाव में बहुमत के साथ सत्ता में वापस हों इसके लिए पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है.
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