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Rajasthan: बीजेपी में बगावत के तेवर: टिकट नहीं मिलने पर फूट-फूटकर रोने लगा भाजपा नेता - SHANTA DEVI BJP CANDIDATE

राजस्थान उपचुनाव में संलूबर से टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी नेता नरेंद्र मीणा कार्यकर्ताओं के बीच फूट-फूट कर रोने लगे.

फूट-फूटकर रोने लगा भाजपा नेता
फूट-फूटकर रोने लगा भाजपा नेता (फोटो ईटीवी भारत उदयपुर)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 21, 2024, 9:37 AM IST

उदयपुर. राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव को लेकर भाजपा ने भी 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. लेकिन अब इन सीटों पर बगावत के सुर दिखने लगे हैं. उदयपुर की सलूंबर विधानसभा सीट पर भाजपा ने दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी को मैदान में उतारा है. उदयपुर की सलूंबर सीट पर उपचुनाव को लेकर भाजपा में बगावत के संकेत सामने आ रहे हैं. पार्टी के नेता नरेंद्र मीना जिन्हें टिकट नहीं मिला ने कार्यकर्ताओं के बीच एक बैठक बुलाई, जहां वह फूट-फूट कर रोने लगे.

नरेंद्र मीणा टिकट नहीं फूट फूट कर रोए : दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी मीणा को टिकट दिए जाने के बाद अपनी मजबूत दावेदारी मान रहे नरेंद्र मीना कार्यकर्ताओं के बीच फूट-फूट कर रोने लगे. मीना और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए फिर निर्णय करने के लिए कहा है. ऐसा नहीं करने पर मीणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है. बैठक में नरेंद्र ने कहा कि सर्वे में कुछ लोगों ने आलाकमान को गलत सूचना दी जिससे टिकट शांता देवी को मिल गया. पार्टी 24 घंटे में टिकट बदलने का फैसला लेती है तो स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा कि अन्य किसी को भी टिकट देती है तो उसे भी समर्थन देंगे "मैं पिछले 20 साल से कार्यकर्ता बनकर कार्य कर रहा हूं, लेकिन मेरे बारे में नहीं सोचा गया."

नरेंद्र मीणा कार्यकर्ताओं के बीच फूट-फूट कर रोने लगे (वीडियो ईटीवी भारत उदयपुर)

पढ़ें: Rajasthan: सलूंबर सीट से टिकट मिलने के बाद क्या बोलीं शांता देवी ? आप भी सुनिए

इस दौरान मीना कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए फूट-फूट कर रोने लगे इसको लेकर समर्थकों ने उन्हें ढांढस बंधाया. समर्थकों ने मीणा के पक्ष में जमकर नारेबाजी की और 22 अक्टूबर को समर्थकों राय के साथ निर्णय करने की बात कही. मीना ने दिवंगत भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी मीणा को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर कहा कि भाजपा पार्टी का ही कोई सक्रिय सदस्य कार्यकर्ता आता तो अच्छा रहता. उन्होंने कहा कि मैं पिछले 20 वर्ष से सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जनता की सेवा कर रहा हूं. मीना ने कहा कि 2013, 2018 और 2023 के विधानसभा चुनाव में तथा 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव में मेरा नाम उम्मीदवार के रूप में नंबर एक पर होने के बावजूद टिकट नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि फिर भी मैंने धैर्य रखा. मीणा ने कहा कि पार्टी के निर्णय बदलने के लिए लिखा है इंतजार कर रहे हैं यदि निर्णय नहीं बदला तो सलूंबर की जनता जो कहेगी वह करूंगा.

पहले फूट-फूट कर रोए, फिर प्लेन से हुए रवाना : इसके बाद पूर्व मंत्री और निंबाहेड़ा से विधायक श्री चंद कृपलानी, वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी नरेंद्र मीना को चार्टर्ड प्लेन से लेकर जयपुर के लिए रवाना हो गए, जहां उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से करवाई जाएगी. हालांकि, इससे पहले मीणा ने शांता मीणा को टिकट दिए जाने पर खुलकर विरोध दर्ज करवाया था, लेकिन अब पार्टी की ओर से उन्हें मनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है.

कांग्रेस के ऑब्जर्वर पहुंचे सलूंबर : हालांकि, अभी तक कांग्रेस पार्टी ने सलूंबर विधानसभा सीट से अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है, लेकिन पूर्व मंत्री अशोक चांदना को सलूंबर विधानसभा सीट पर सीनियर आब्जर्वर के रूप में लगाया है. सलूंबर में एक सभा को संबोधित करते हुए अशोक चांदना ने कहा कि इससे पहले भी पार्टी ने जहां भी जिम्मेदारी दी मैंने चुनाव जितवाए हैं. उन्होंने मजाक के अंदाज में कहा कि इस बार सलूंबर विधानसभा सीट की जिम्मेदारी दी है. यहां मेरा रिकॉर्ड मत खराब कर देना. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य में बिजली का बिल जीरो रुपए आता था, लेकिन इस सरकार में बिजली का बिल करंट मार रहा है.

उदयपुर. राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव को लेकर भाजपा ने भी 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. लेकिन अब इन सीटों पर बगावत के सुर दिखने लगे हैं. उदयपुर की सलूंबर विधानसभा सीट पर भाजपा ने दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी को मैदान में उतारा है. उदयपुर की सलूंबर सीट पर उपचुनाव को लेकर भाजपा में बगावत के संकेत सामने आ रहे हैं. पार्टी के नेता नरेंद्र मीना जिन्हें टिकट नहीं मिला ने कार्यकर्ताओं के बीच एक बैठक बुलाई, जहां वह फूट-फूट कर रोने लगे.

नरेंद्र मीणा टिकट नहीं फूट फूट कर रोए : दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी मीणा को टिकट दिए जाने के बाद अपनी मजबूत दावेदारी मान रहे नरेंद्र मीना कार्यकर्ताओं के बीच फूट-फूट कर रोने लगे. मीना और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए फिर निर्णय करने के लिए कहा है. ऐसा नहीं करने पर मीणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है. बैठक में नरेंद्र ने कहा कि सर्वे में कुछ लोगों ने आलाकमान को गलत सूचना दी जिससे टिकट शांता देवी को मिल गया. पार्टी 24 घंटे में टिकट बदलने का फैसला लेती है तो स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा कि अन्य किसी को भी टिकट देती है तो उसे भी समर्थन देंगे "मैं पिछले 20 साल से कार्यकर्ता बनकर कार्य कर रहा हूं, लेकिन मेरे बारे में नहीं सोचा गया."

नरेंद्र मीणा कार्यकर्ताओं के बीच फूट-फूट कर रोने लगे (वीडियो ईटीवी भारत उदयपुर)

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इस दौरान मीना कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए फूट-फूट कर रोने लगे इसको लेकर समर्थकों ने उन्हें ढांढस बंधाया. समर्थकों ने मीणा के पक्ष में जमकर नारेबाजी की और 22 अक्टूबर को समर्थकों राय के साथ निर्णय करने की बात कही. मीना ने दिवंगत भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी मीणा को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर कहा कि भाजपा पार्टी का ही कोई सक्रिय सदस्य कार्यकर्ता आता तो अच्छा रहता. उन्होंने कहा कि मैं पिछले 20 वर्ष से सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जनता की सेवा कर रहा हूं. मीना ने कहा कि 2013, 2018 और 2023 के विधानसभा चुनाव में तथा 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव में मेरा नाम उम्मीदवार के रूप में नंबर एक पर होने के बावजूद टिकट नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि फिर भी मैंने धैर्य रखा. मीणा ने कहा कि पार्टी के निर्णय बदलने के लिए लिखा है इंतजार कर रहे हैं यदि निर्णय नहीं बदला तो सलूंबर की जनता जो कहेगी वह करूंगा.

पहले फूट-फूट कर रोए, फिर प्लेन से हुए रवाना : इसके बाद पूर्व मंत्री और निंबाहेड़ा से विधायक श्री चंद कृपलानी, वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी नरेंद्र मीना को चार्टर्ड प्लेन से लेकर जयपुर के लिए रवाना हो गए, जहां उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से करवाई जाएगी. हालांकि, इससे पहले मीणा ने शांता मीणा को टिकट दिए जाने पर खुलकर विरोध दर्ज करवाया था, लेकिन अब पार्टी की ओर से उन्हें मनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है.

कांग्रेस के ऑब्जर्वर पहुंचे सलूंबर : हालांकि, अभी तक कांग्रेस पार्टी ने सलूंबर विधानसभा सीट से अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है, लेकिन पूर्व मंत्री अशोक चांदना को सलूंबर विधानसभा सीट पर सीनियर आब्जर्वर के रूप में लगाया है. सलूंबर में एक सभा को संबोधित करते हुए अशोक चांदना ने कहा कि इससे पहले भी पार्टी ने जहां भी जिम्मेदारी दी मैंने चुनाव जितवाए हैं. उन्होंने मजाक के अंदाज में कहा कि इस बार सलूंबर विधानसभा सीट की जिम्मेदारी दी है. यहां मेरा रिकॉर्ड मत खराब कर देना. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य में बिजली का बिल जीरो रुपए आता था, लेकिन इस सरकार में बिजली का बिल करंट मार रहा है.

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