भरतपुर. मुख्यमंत्री के गृह जिले में भाजपा को हार का डर सता रहा है. यही वजह है कि भरतपुर में सरकार ने जिला प्रमुख पद के चुनाव दो बार निरस्त कर दिए. जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में चुनाव हो रहे हैं. यह कहना है भरतपुर की नवनिर्वाचित सांसद संजना जाटव का.
सांसद संजना जाटव ने कहा कि पूर्व जिला प्रमुख जगत सिंह विधानसभा का चुनाव जीत गए, जिसके बाद जिला प्रमुख का पद 6 माह से खाली पड़ा है. नियमानुसार जिला प्रमुख का पद खाली होते ही उप जिला प्रमुख को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए थी, लेकिन जिला कलक्टर को जिला प्रमुख की जिम्मेदारी दी गई है. यह जिला प्रशासन का दुरुपयोग है. यह लोकतंत्र की हत्या है.
हाल ही में भरतपुर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी रहे रामस्वरूप कोली ने एक बयान दिया था कि भाजपा विधायक बहादुर सिंह कोली व अन्य विधायकों ने कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव के समर्थन में प्रचार किया, जिसकी वजह से वो चुनाव हार गए. इस पर सांसद संजना जाटव ने कहा कि भाजपा का कोई विधायक उनके संपर्क में नहीं था. बल्कि वो जनता के प्यार और समर्थन से चुनाव जीती हैं. उन्होंने कहा कि मेरी किसी बीजेपी विधायक से बात नहीं हुई, यह सरासर गलत बयान है.
गौरतलब है कि भरतपुर में पूर्व जिला प्रमुख जगत सिंह नदबई विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत गए थे. जिसके बाद से ही जिला प्रमुख का पद रिक्त है और इसकी जिम्मेदारी जिला कलक्टर को सौंपी गई है. अब जब जिला प्रमुख पद के चुनाव होने थे और नामांकन होना था तो प्रदेश सरकार ने दो बार चुनाव निरस्त कर दिए.