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ट्राइबल वोट बैंक पर बीजेपी की नजर! क्या एसटी सीट पर खिलेगा कमल, जानिए बीजेपी की क्या है तैयारी - Lok Sabha Election 2024

BJP eyes on tribal vote bank.झारखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है. सभी पार्टियां अपने-अपने तरीके से वोटरों को रिझाने में जुटी हैं. वहीं झारखंड प्रदेश में आदिवासी वोटरों की चुनाव में खासा महत्वपूर्ण भूमिका हो जाती है. ऐसे में सभी पार्टियों की ट्राइबल वोट बैंक पर नजर है. बीजेपी ने भी इसके लिए खास रणनीति बनाई है.

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BJP Eyes On Tribal Vote Bank
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Apr 26, 2024, 6:10 PM IST

बयान देते झारखंड बीजेपी के नेता प्रदीप सिन्हा.

रांची: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का नामांकन समाप्त होने के बाद अब सबकी नजरें 13 मई को झारखंड की चार लोकसभा सीट खूंटी, सिंहभूम, लोहरदगा और पलामू पर टिकी हुई है. इन चारों सीटों में पलामू को छोड़कर तीन एसटी के लिए रिजर्व है. इन चारों सीटों में से 2019 के लोकसभा चुनाव में तीन सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. हालांकि चुनाव से ठीक पहले सिंहभूम से कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा के बीजेपी में शामिल होने के बाद भाजपा का मनोबल बढ़ा हुआ है और 2019 के हार का बदला इस बार लेने में जुटी है.

खूंटी बना हॉट सीट, देशभर की टिकी है नजर

चौथे चरण के चार में से तीन जनजाति बहुल क्षेत्रों में सबकी नजर खूंटी लोकसभा सीट पर है, जहां से केंद्रीय मंत्री और झारखंड के तीन-तीन बार मुख्यमंत्री रहे अर्जुन मुंडा चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सामने भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा के भाई कालीचरण मुंडा कांग्रेस के टिकट पर एक बार फिर अर्जुन मुंडा को टक्कर देने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं. 2019 के चुनाव में बेहद ही कम वोट से अर्जुन मुंडा इस सीट से जीतने में सफल हुए थे. ऐसे में बीजेपी के लिए इस सीट को बचाकर रखना बेहद ही चुनौती है.

लोहरदगा से बीजेपी ने समीर उरांव को चुनावी मैदान में उतारा है

इसी तरह बीजेपी के लिए लोहरदगा सीट है, जहां कमल खिलाने के लिए पार्टी ने सुदर्शन भगत के स्थान पर पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव को चुनाव मैदान में उतारकर ट्राइबल वोट बैंक को साधने की कोशिश की है. इस सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी सुखदेव भगत एक बार फिर टक्कर देने के लिए चुनाव मैदान में हैं. हालांकि जेएमएम विधायक चमरा लिंडा के नामांकन से इस सीट पर वोट का अंक गणित बदलने की संभावना है. इसके बाबजूद बीजेपी के लिए इस सीट को बचाकर रखना बेहद ही चुनौतीभरा है.

सिंहभूम में बीजेपी की गीता कोड़ा को टक्कर देंगी जोबा मांझी

वहीं बात यदि सिंहभूम की करें तो यह सीट अनुसूचित जनजाति बहुल है. जिसमें उड़ांव, संथाल समुदाय, महतो, प्रधान गोड़, हो सहित कई अनुसूचित जनजातियों की अच्छी खासी आबादी है. इस क्षेत्र में ईसाई और मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं. 2019 के चुनाव में गीता कोड़ा ने बीजेपी के लक्ष्मण गिलुवा को हराया था. इस बार गीता कोड़ा बीजेपी से चुनाव मैदान में हैं. जिन्हें टक्कर देने के लिए इस सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा की जोबा मांझी चुनाव मैदान में हैं. जोबा मांझी हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में मंत्री रही हैं और उनकी इस क्षेत्र में खास पकड़ है. इंडिया गठबंधन को उम्मीद है कि सिंहभूम कांग्रेस और जेएमएम की सीट रही है, जिसे इस बार भी पाने में जरूर सफलता मिलेगी.

2019 के चुनाव परिणाम

  • खूंटी
    कालीचरण मुंडा, कांग्रेस-381193
    अर्जुन मुंडा, बीजेपी-382638
    जीत का अंतर 0.2%
  • लोहरदगा
    सुदर्शन भगत,बीजेपी-371595
    सुखदेव भगत,कांग्रेस-361232
    जीत का अंतर-1.3%
  • सिंहभूम
    गीता कोड़ा, कांग्रेस-431815
    लक्ष्मण गिलुवा, बीजेपी-359660
    जीत का अंतर-8.2%

बीजेपी ने ट्रायबल वोट पाने के लिए उठाए कई कदम

जनजाति बहुल क्षेत्रों में बीजेपी ने अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं. बीजेपी नेताओं का मानना है कि जनजाति क्षेत्र के विशेष विकास के लिए केंद्रीय पैकेज के साथ-साथ जनजाति गौरव दिवस और प्रधानमंत्री मोदी का बिरसा मुंडा की जन्मस्थली दौरे का लाभ चुनाव में जरूर मिलेगा.

भाजपा सर्वव्यापी सर्वस्पर्शी विचारधारा पर काम करती हैः प्रदीप

बीजेपी के प्रदीप सिन्हा कहते हैं कि भाजपा सर्वव्यापी सर्वस्पर्शी विचारधारा पर काम करती है. जिसके तहत जो वंचित हैं, जो विकास की धारा से नहीं जुड़ पाएं हैं उन्हें उठाने का प्रयास करती है.देश में पहली बार किसी जनजाति समाज से राष्ट्रपति जैसे पद पर एक महिला को सुशोभित करने का काम भाजपा ने किया है. ऐसे कई उदाहरण हैं जिसके तहत विकास कार्य हुए हैं. ऐसे में अब वक्त आ गया है जनता का आशीर्वाद लेने का तो स्वभाविक रूप से जनजाति वर्ग से हमें जरूर सहयोग मिलेगा.

पीएम मोदी की जनसभा के साथ आदिवासी नेताओं को प्रचार में उतारने का निर्णय

उम्मीदों के बीच बीजेपी ने जनजाति बहुल क्षेत्रों में पीएम मोदी की जनसभा से लेकर देशभर के ट्राइबल लीडर को उतारने का निर्णय लिया है. मतदान केंद्र पर स्थानीय महिलाओं की टोली बनाई गई है, जो महिला मतदाताओं को वोट करने की अपील कर रही हैं.

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बयान देते झारखंड बीजेपी के नेता प्रदीप सिन्हा.

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खूंटी बना हॉट सीट, देशभर की टिकी है नजर

चौथे चरण के चार में से तीन जनजाति बहुल क्षेत्रों में सबकी नजर खूंटी लोकसभा सीट पर है, जहां से केंद्रीय मंत्री और झारखंड के तीन-तीन बार मुख्यमंत्री रहे अर्जुन मुंडा चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सामने भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा के भाई कालीचरण मुंडा कांग्रेस के टिकट पर एक बार फिर अर्जुन मुंडा को टक्कर देने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं. 2019 के चुनाव में बेहद ही कम वोट से अर्जुन मुंडा इस सीट से जीतने में सफल हुए थे. ऐसे में बीजेपी के लिए इस सीट को बचाकर रखना बेहद ही चुनौती है.

लोहरदगा से बीजेपी ने समीर उरांव को चुनावी मैदान में उतारा है

इसी तरह बीजेपी के लिए लोहरदगा सीट है, जहां कमल खिलाने के लिए पार्टी ने सुदर्शन भगत के स्थान पर पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव को चुनाव मैदान में उतारकर ट्राइबल वोट बैंक को साधने की कोशिश की है. इस सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी सुखदेव भगत एक बार फिर टक्कर देने के लिए चुनाव मैदान में हैं. हालांकि जेएमएम विधायक चमरा लिंडा के नामांकन से इस सीट पर वोट का अंक गणित बदलने की संभावना है. इसके बाबजूद बीजेपी के लिए इस सीट को बचाकर रखना बेहद ही चुनौतीभरा है.

सिंहभूम में बीजेपी की गीता कोड़ा को टक्कर देंगी जोबा मांझी

वहीं बात यदि सिंहभूम की करें तो यह सीट अनुसूचित जनजाति बहुल है. जिसमें उड़ांव, संथाल समुदाय, महतो, प्रधान गोड़, हो सहित कई अनुसूचित जनजातियों की अच्छी खासी आबादी है. इस क्षेत्र में ईसाई और मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं. 2019 के चुनाव में गीता कोड़ा ने बीजेपी के लक्ष्मण गिलुवा को हराया था. इस बार गीता कोड़ा बीजेपी से चुनाव मैदान में हैं. जिन्हें टक्कर देने के लिए इस सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा की जोबा मांझी चुनाव मैदान में हैं. जोबा मांझी हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में मंत्री रही हैं और उनकी इस क्षेत्र में खास पकड़ है. इंडिया गठबंधन को उम्मीद है कि सिंहभूम कांग्रेस और जेएमएम की सीट रही है, जिसे इस बार भी पाने में जरूर सफलता मिलेगी.

2019 के चुनाव परिणाम

  • खूंटी
    कालीचरण मुंडा, कांग्रेस-381193
    अर्जुन मुंडा, बीजेपी-382638
    जीत का अंतर 0.2%
  • लोहरदगा
    सुदर्शन भगत,बीजेपी-371595
    सुखदेव भगत,कांग्रेस-361232
    जीत का अंतर-1.3%
  • सिंहभूम
    गीता कोड़ा, कांग्रेस-431815
    लक्ष्मण गिलुवा, बीजेपी-359660
    जीत का अंतर-8.2%

बीजेपी ने ट्रायबल वोट पाने के लिए उठाए कई कदम

जनजाति बहुल क्षेत्रों में बीजेपी ने अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं. बीजेपी नेताओं का मानना है कि जनजाति क्षेत्र के विशेष विकास के लिए केंद्रीय पैकेज के साथ-साथ जनजाति गौरव दिवस और प्रधानमंत्री मोदी का बिरसा मुंडा की जन्मस्थली दौरे का लाभ चुनाव में जरूर मिलेगा.

भाजपा सर्वव्यापी सर्वस्पर्शी विचारधारा पर काम करती हैः प्रदीप

बीजेपी के प्रदीप सिन्हा कहते हैं कि भाजपा सर्वव्यापी सर्वस्पर्शी विचारधारा पर काम करती है. जिसके तहत जो वंचित हैं, जो विकास की धारा से नहीं जुड़ पाएं हैं उन्हें उठाने का प्रयास करती है.देश में पहली बार किसी जनजाति समाज से राष्ट्रपति जैसे पद पर एक महिला को सुशोभित करने का काम भाजपा ने किया है. ऐसे कई उदाहरण हैं जिसके तहत विकास कार्य हुए हैं. ऐसे में अब वक्त आ गया है जनता का आशीर्वाद लेने का तो स्वभाविक रूप से जनजाति वर्ग से हमें जरूर सहयोग मिलेगा.

पीएम मोदी की जनसभा के साथ आदिवासी नेताओं को प्रचार में उतारने का निर्णय

उम्मीदों के बीच बीजेपी ने जनजाति बहुल क्षेत्रों में पीएम मोदी की जनसभा से लेकर देशभर के ट्राइबल लीडर को उतारने का निर्णय लिया है. मतदान केंद्र पर स्थानीय महिलाओं की टोली बनाई गई है, जो महिला मतदाताओं को वोट करने की अपील कर रही हैं.

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