शिमला: हिमाचल प्रदेश में लोकसभा के साथ छह विधानसभा सीटों पर भी मतदान हुआ. प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव वाली सभी सीटों पर वोटर्स में भारी उत्साह देखने को मिला. लाहौल-स्पीति विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक मतदान हुआ. उपचुनाव में हुए मतदान ने 2022 विधानसभा चुनाव में हुए मतदान का रिकॉर्ड तोड़ दिया. यह उपचुनाव हिमाचल में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार का भविष्य तय करेगा. इस चुनाव में सुक्खू सरकार की साख दांव पर लगी है.
राज्यसभा चुनाव के समय में कांग्रेस के छह विधायकों ने बगावत करते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया था. हिमाचल विधानसभा स्पीकर ने इन छह विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी थी. अब इन सभी सीटों पर एक बार फिर से उपचुनाव हुए. 2022 के मुकाबले इस बार इन विधानसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत में अंतर देखने को मिला.
विधानसभा क्षेत्र | मतदान प्रतिशत 2024 | मतदान प्रतिशत 2022 |
लाहौल स्पीति | 75.09 | 74.22 |
धर्मशाला | 70.10 | 72.02 |
सुजानपुर | 74.10 | 74.12 |
बड़सर | 69.00 | 72.29 |
गगरेट | 73.00 | 79.23 |
कुटलैहड़ | 76.20 | 77.26 |
कुटलैहड़ विधानसभा उपचुनाव
कुटलैहड़ सीट पर सीधा मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. बीजेपी ने कांग्रेस से बागवत करने वाले पूर्व विधायक देवेंद्र भुट्टो को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं, कांग्रेस ने विवेक शर्मा को मैदान में उतारा है.
धर्मशाला विधानसभा उपचुनाव
बीजेपी ने इस बार कांग्रेस से बागी हुए सुधीर शर्मा को टिकट दिया है. वहीं, कांग्रेस के देवेंद्र जग्गी धर्मशाला के पूर्व मेयर रहे हैं. सुधीर शर्मा पूर्व में वीरभद्र सिंह सरकार में उद्योग मंत्री रह चुके हैं. यहां से बीजेपी और कांग्रेस के अलावा आजाद उम्मीदवार राकेश चौधरी के मैदान में आने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.
बड़सर विधानसभा उपचुनाव
बड़सर सीट पर सीधा मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. बीजेपी ने कांग्रेस से बागवत करने वाले पूर्व विधायक इंद्रदत्त लखनपाल को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं, कांग्रेस ने सुभाष ढटवालिया को चुनावी मैदान में उतारा है. इंद्रदत्त लखनपाल कांग्रेस के टिकट पर तीन विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी का ये पहला चुनाव है.
गगरेट विधानसभा उपचुनाव
ऊना जिले के तहत आने वाली गगरेट विधानसभा सीट पर उपचुनाव में सीधा मुकाबला कांग्रेस के राकेश कालिया और चैतन्य शर्मा के बीच है. चैतन्य शर्मा 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर यहां से चुनाव जीते थे, लेकिन कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हो गए. वहीं, 2022 में कांग्रेस से टिकट ना मिलने पर राकेश कालिया बीजेपी में शामिल हो गए थे. चैतन्य शर्मा के बीजेपी में शामिल होते ही राकेश कालिया ने फिर घर वापसी करते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया.
लाहौल स्पीति विधानसभा उपचुनाव
यहां पर मुकाबला कांग्रेस की अनुराधा राणा, बीजेपी उम्मीदवार रवि ठाकुर और निर्दलीय प्रत्याशी रामलाल मारकंडा के बीच है. वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर रवि ठाकुर ने लाहौल-स्पीति सीट जीत हासिल की थी. इस बार पूर्व विधायक रवि ठाकुर बीजेपी की टिकट पर चुनावी मैदान में हैं.
सुजानपुर विधानसभा उपचुनाव
इस सीट पर पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के दो शिष्यों के बीच करीबी टक्कर है. वर्ष 2022 में भी यहां मुकाबला राजेंद्र राणा और कैप्टन रणजीत राणा के बीच ही था. पिछले चुनाव में यानी 2022 के विधानसभा चुनाव में राजेंद्र राणा ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ते हुए भाजपा के कैप्टन रणजीत राणा को मामूली अंतर से हराया था. इस बार भी दोनों के बीच कांटे की टक्कर है, लेकिन दोनों की पार्टियां अब बदल चुकी हैं. इस सीट पर राजपूत वोटर्स का प्रभाव है. ऐसे में दोनों ही पार्टियों ने राजपूत उम्मीदवारों को ही मैदान में उतारा है.
शुरू हुआ गुणा-भाग
उप चुनाव वाली सभी विधानसभा सीटों पर बूथ लेवल से रिपोर्ट तैयार कर आंकलन काम शुरू हो चुका है. किस विधानसभा क्षेत्र के किस पोलिंग बूथ पर कितना मतदान हुआ है. यहां के सियासी समीकरणों का गुणा भाग भी किया जा रहा है. किसके पक्ष में उपचुनाव के नतीजे रह सकते हैं. ऊपर से नीचे तक सारे समीकरणों पर दोनों पार्टियों ने मंथन शुरू कर दिया है. बता दें कि इस समय हिमाचल में अभी कांग्रेस के 34, भाजपा के 25 और 3 निर्दलीय विधायक हैं.
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