जैसलमेर. श्री जम्भेश्वर पर्यावरण व जीव रक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान के नेतृत्व में पिछले चार दिनों से कलेक्टर ऑफिस के बाहर धरना चल रहा है. वहीं, प्रशासन व भाजपा नेताओं के समझाने पर पर्यावरण प्रेमियों ने आमरण अनशन तो खत्म कर दिया, लेकिन हिरण शिकार मामले की उच्च स्तरीय जांच को लेकर उनका कलेक्टर ऑफिस के सामने धरना जारी है. इसी कड़ी में रविवार को पर्यावरण प्रेमियों ने धरना स्थल पर सद्बुद्धि यज्ञ किया, जिसमें महिला और बच्चे भी शामिल हुए.
जिम्मेदारों को नींद से जगाने का किया प्रयास : धरने पर बैठे पर्यावरण प्रेमी व किसान मोखराम विश्नोई ने बताया कि नेहड़ाई हिरण शिकार प्रकरण को लेकर तीन फरवरी से वन विभाग चौकी के सामने धरना दिया गया. उसके बाद कलेक्टर ऑफिस के बाहर धरना दिया जा रहा है. हम हिरण शिकार मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं. वहीं, कुछ लोगों ने धरना समाप्त भ्रामक होने का अफवाह भी फैलाया था, लेकिन वो गलत था. ये धरना तब तक चलेगा, जब तक कि हमारी मांगों को मान नहीं लिया जाता.
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वहीं, धरने पर बैठे भाजपा के किसान नेता व पूर्व विधायक सांगसिंह ने बताया कि सोमवार को 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिलेगा. हम सीएम के सामने अपनी मांग रखेंगे. दरअसल, मोहनगढ़ नहरी इलाके में 23 जनवरी को हिरण का शिकार हुआ था. हिरण शिकार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिसके खिलाफ अब वन्य जीव प्रेमियों ने मोर्चा खोल दिया है और वो कलेक्टर ऑफिस के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं.