बिलासपुर: बिलासपुर में मंगलवार 13 फरवरी को स्कूल टाइमिंग के दौरान दर्दनाक हादसा हुआ. तालाब में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई. इस केस में बुधवार सरस्वती पूजा के दिन शिक्षकों पर कार्रवाई हुई है. तीन शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है.शिक्षा विभाग की ओर से की गई कार्रवाई में यह कहा गया है कि इस पूरी घटना में शिक्षकों की लापरवाही सामने आई है.
सीपत सरकारी स्कूल की घटना: 13 फरवही को मिड डे मील खाने के के बाद स्कूल के छात स्कूल में बस्ता रखकर तालाब में नहाने चले गए. नहाने के क्रम में बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई. देखते ही देखते इस घटना पर बिलासपुर शिक्षा विभाग में हंगामा मच गया और जिला शिक्षा अधिकारी ने बिलासपुर कलेक्टर को इसकी जानकारी सौंपी. कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई का आदेश दिया और फिर डीईओ ने तीनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया.
टीचर बीईओ कार्यालय से अटैच: तीनों टीचरों को बीईओ कार्यालय से अटैच किया गया है. जिला शिक्षा विभाग ने उस समय विद्यालय में तैनात तीनों शिक्षकों को लापरवाही का दोषी पाया है. यही वजह है कि ये कार्रवाई की गई है. अगर शिक्षक अपने कर्तव्य का पालन सही ढंग से करते तो बच्चे स्कूल से बाहर नहीं निकलते और उनकी जिंदगी खत्म नहीं होती. सस्पेंड किए गए शिक्षको में संतोष भोई, धनेश्वरी प्रधान, प्रभारी प्रधान पाठक कंचन नवरंग शामिल हैं. इन्हें निलंबन अवधि में जीवन निर्वहन भत्ता दिया जाएगा. इसके अलावा इन्हें बीईओ कार्यालय मस्तूरी में अटैच किया गया है. इसके साथ ही तीनों शिक्षकों को सस्पेंशन पीरियड में प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने की ड्यूटी लगाई गई है.