बीकानेर: बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास को गंगा शहर की गोपेश्वर बस्ती में गोपेश्वर महादेव मंदिर के पास पानी की टंकी के भूमि पूजन में विरोध का सामना करना पड़ा. दरअसल, जिस जमीन पर टंकी बनाई गई है, उसे लेकर जनप्रनिधियों का कहना है कि वह सरकारी जमीन पर है. वहीं मंदिर पुजारी का दावा है कि यह जमीन मंदिर ट्रस्ट की है.
मंदिर परिसर में पुजारी के परिवार के लोगों ने इस बात को लेकर विरोध बताया कि जिस भूमि पर टंकी बनाई जा रही है, वह भूमि सरकारी नहीं है, मंदिर ट्रस्ट की है. मंदिर के पुजारी राजकुमार श्रीमाली का कहना है कि इस बारे में हमने विधायक को कई बार कहा. लेकिन उन्होंने सुनवाई नहीं की और मंदिर ट्रस्ट की जमीन पर यह टंकी का निर्माण हो रहा है. उन्होंने कहा कि आज पूरा प्रशासन विधायक के साथ था. वे इसे नगर निगम की जमीन बताते हुए स्वीकृत होने की बात कह रहे हैं. लेकिन मंदिर की जमीन और सरकारी जमीन का चिन्हीकरण नहीं हुआ हुआ है, तो यह जमीन सरकारी कैसे हुई. इस मामले में हमारी सुनवाई नहीं हो रही है. इसलिए अब हम कोर्ट की शरण लेंगे.
पढ़ें: राजस्थान : कृषि कानून का महत्व समझाने पहुंचे थे केंद्रीय मंत्री शेखावत...किसानों का झेलना पड़ा विरोध
ये है विधायक का दावा: वहीं इस पूरे मामले में विधायक जेठानंद व्यास का कहना था कि जिस जमीन पर टंकी का निर्माण हो रहा है, उसकी स्वीकृति नगर निगम से ली है. यह नगर निगम की जमीन है और यहां के लोगों की पानी की मांग थी. जिसको अब पूरा करने के लिए टंकी का निर्माण कराया जाना जरूरी है. इसीके लिए आज यह भूमि पूजन करवाया गया था, लेकिन पुजारी परिवार के लोगों ने इसका विरोध किया है.
पढ़ें: भाजपा प्रत्याशी अर्जुन मेघवाल को झेलना पड़ा विरोध...भाटी समर्थकों ने दिखाएं काले झंडे
ट्रस्ट की जमीन अलग: उधर विधायक के साथ कार्यक्रम में पहुंची महापौर सुशीला कंवर ने कहा कि यह जमीन सरकारी है और मंदिर की ट्रस्ट की जमीन अलग है. लोगों की डिमांड है, इसलिए यहां पर टंकी का निर्माण सरकार की मंशा के अनुरूप कराया जा रहा है. इस दौरान विधायक समर्थक और वहां मौजूद लोगों आमने-सामने हो गए और जमकर नारेबाजी हुई. हालांकि बाद में पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में टंकी का भूमि पूजन का कार्यक्रम हुआ.