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शिक्षक संगठन ने निजी एजेंसियों द्वारा बहाल BPM और BRP को बताया वसूली एजेंट, संघ में शिक्षा विभाग से की शिकायत - BPM As Recovery Agents

BPM As Recovery Agents: बिहार के शिक्षक संगठन विद्यालय अध्यापक संघ ने BPM और BRP पर वसूली एजेंट बनने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि BPM और BRP पदों पर नियुक्ती में अनियमितता हुई है. शिक्षा विभाग यदि इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लेता है तो संघ हाईकोर्ट में याचिका करने को बाध्य होगा.

BPM As Recovery Agents
शिक्षक संगठन ने निजी एजेंसियों द्वारा बहाल BPM और BRP को बताया वसूली एजेंट
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 23, 2024, 9:10 PM IST

पटना: बिहार के शिक्षक संगठन विद्यालय अध्यापक संघ ने निजी एजेंसियों द्वारा बहाल बीपीएम और बीआरपी को वसूली एजेंट बताते हुए शिक्षा विभाग के नियंत्री पदाधिकारी से शिकायत की है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने कहा है कि निजी एजेंसियों के माध्यम से सभी प्रखंडों में दो-दो प्रखंड साधन सेवियों (बीआरपी) की जो बहाली हुई उसमें भारी अनियमितता हुई है.

5 साल का कार्यानुभव जरूरी: उन्होंने कहा है कि बीआरपी के पद के लिए वांछित योग्यता स्नातक ग्रेड शिक्षक के पद पर न्यूनतम 5 साल का कार्यानुभव है. लेकिन इसको अनदेखा करते हुए अयोग्य ने अभ्यर्थियों को एजेंसी द्वारा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (SSA) की मिलीभगत से बहाल कर दिया गया है.

दिक्कतों का समाधान करना होता: अमित विक्रम ने कहा कि प्रखंड साधन सेवियों का काम विद्यालय में पठन-पाठन का निरीक्षण करना और शिक्षकों को पढ़ाने में आ रही दिक्कतों का समाधान करना होता है. इसके लिए पहले कार्यरत शिक्षकों में से ही योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों का बीआरपी के पद पर चयन किया जाता था.

नियुक्ती में अनियमितता: उन्होंने कहा कि वर्तमान में पुरानी व्यवस्था को बदल कर निजी एजेंसियों के माध्यम से 5 वर्ष कार्यानुभव रखने वाले स्नातक ग्रेड शिक्षकों को बीआरपी के पद पर नियुक्त करना था. लेकिन इसमें भारी अनियमितता हुई है, जिसकी शिकायत संघ ने शिक्षा विभाग के विभागीय नियंत्री पदाधिकारी से कर दी है. शिक्षा विभाग यदि इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लेता है तो संघ हाईकोर्ट में याचिका करने को बाध्य होगा.

BRP पर वसूली एजेंट बनने का आरोप: इसके अलावा संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने निजी एजेंसियों द्वारा बहाल BPM और BRP पर वसूली एजेंट बनने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि निजी एजेंसियों से बहाल बीआरपी एवं बीपीएम वसूली एजेंट बन गए हैं. विद्यालय में जांच के नाम पर शिक्षकों को डराकर अवैध वसूली कर रहे हैं. बहुत जगह से ऐसी शिकायतें भी मिल रही हैं कि शिक्षिका बहनों से भी दुर्व्यवहार करते हैं और गलत मंशा से उनको व्हाट्सएप पर मैसेज करते हैं.

आए दिन होती रहती मारपीट: इसके कारण शिक्षकों में आक्रोश है और इसके प्रतिफल के रूप आए दिन बीपीएम और बीआरपी के साथ हाथापाई और मारपीट की खबरें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि संघ यह मांग करता है कि एजेंसियों के माध्यम से बीपीएम और बीआरपी की बहाली निरस्त कर पुरानी व्यवस्था को लागू की जाए.

इसे भी पढ़ें- गया: इमामगंज में BEO और BRP ने किया स्कूलों का निरीक्षण, दिए आवश्यक निर्देश

पटना: बिहार के शिक्षक संगठन विद्यालय अध्यापक संघ ने निजी एजेंसियों द्वारा बहाल बीपीएम और बीआरपी को वसूली एजेंट बताते हुए शिक्षा विभाग के नियंत्री पदाधिकारी से शिकायत की है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने कहा है कि निजी एजेंसियों के माध्यम से सभी प्रखंडों में दो-दो प्रखंड साधन सेवियों (बीआरपी) की जो बहाली हुई उसमें भारी अनियमितता हुई है.

5 साल का कार्यानुभव जरूरी: उन्होंने कहा है कि बीआरपी के पद के लिए वांछित योग्यता स्नातक ग्रेड शिक्षक के पद पर न्यूनतम 5 साल का कार्यानुभव है. लेकिन इसको अनदेखा करते हुए अयोग्य ने अभ्यर्थियों को एजेंसी द्वारा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (SSA) की मिलीभगत से बहाल कर दिया गया है.

दिक्कतों का समाधान करना होता: अमित विक्रम ने कहा कि प्रखंड साधन सेवियों का काम विद्यालय में पठन-पाठन का निरीक्षण करना और शिक्षकों को पढ़ाने में आ रही दिक्कतों का समाधान करना होता है. इसके लिए पहले कार्यरत शिक्षकों में से ही योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों का बीआरपी के पद पर चयन किया जाता था.

नियुक्ती में अनियमितता: उन्होंने कहा कि वर्तमान में पुरानी व्यवस्था को बदल कर निजी एजेंसियों के माध्यम से 5 वर्ष कार्यानुभव रखने वाले स्नातक ग्रेड शिक्षकों को बीआरपी के पद पर नियुक्त करना था. लेकिन इसमें भारी अनियमितता हुई है, जिसकी शिकायत संघ ने शिक्षा विभाग के विभागीय नियंत्री पदाधिकारी से कर दी है. शिक्षा विभाग यदि इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लेता है तो संघ हाईकोर्ट में याचिका करने को बाध्य होगा.

BRP पर वसूली एजेंट बनने का आरोप: इसके अलावा संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने निजी एजेंसियों द्वारा बहाल BPM और BRP पर वसूली एजेंट बनने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि निजी एजेंसियों से बहाल बीआरपी एवं बीपीएम वसूली एजेंट बन गए हैं. विद्यालय में जांच के नाम पर शिक्षकों को डराकर अवैध वसूली कर रहे हैं. बहुत जगह से ऐसी शिकायतें भी मिल रही हैं कि शिक्षिका बहनों से भी दुर्व्यवहार करते हैं और गलत मंशा से उनको व्हाट्सएप पर मैसेज करते हैं.

आए दिन होती रहती मारपीट: इसके कारण शिक्षकों में आक्रोश है और इसके प्रतिफल के रूप आए दिन बीपीएम और बीआरपी के साथ हाथापाई और मारपीट की खबरें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि संघ यह मांग करता है कि एजेंसियों के माध्यम से बीपीएम और बीआरपी की बहाली निरस्त कर पुरानी व्यवस्था को लागू की जाए.

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