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बिहार में गया का दिन सबसे गर्म लेकिन रातें सुहानीं, जानें कारण - Gaya Hottest District In Bihar

बिहार में गर्मी बढ़ते ही लू चलने लगती है. हीट वेब से लोग परेशान होने लगते हैं. बिहार के अलग-अलग जिले में अलग अलग तापमान रहता है लेकिन क्या आपको पता है कि गया में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है. इसका बड़ा कारण यहां की भगौलिक स्थिति है. पढ़ें पूरी खबर.

बिहार का सबसे गर्म शहर
बिहार का सबसे गर्म शहर
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 22, 2024, 9:54 PM IST

देखें रिपोर्ट.

गयाः बिहार में प्रचंड गर्मी से लोग परेशानी हैं लेकिन गया में गर्मी का सितम ही अलग होता है. गया एक ऐसा जिला है जहां सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है. तापमान की बात करें तो अन्य जिलों के मुकाबले यहां ज्यादा तापमान रहता है. गया का तापमान इन दिनों 43 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह रहा है. सूर्य की रोशनी और तेज गर्म हवा झुलसा देने वाली है. गया में इतनी ज्यादा गर्मी का कारण यहां की भगौलिक स्थिति है जिसके बारे में हर कोई नहीं जानता है.

भौगोलिक स्थिति सबसे बड़ा कारणः गया में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने के बारे में भूगोल व मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि यहां की भौगोलिक स्थिति अलग है. यह जिला पहाड़ों से घिरा हुआ है. चौड़े पाट वाला फाल्गु नदी है जिसमें पानी नहीं रहता है. बिना पानी वाली सूखी नदी होने के कारण तेज गर्मी पड़ती है. बालू और पहाड़ सूर्य की रोशनी में जल्दी गर्म होते हैं यही कारण है कि गया में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है. हालांकि रात में जब पहाड़ और बालू ठंडा हो जाता है तो शीतलता प्रदान होती है.

कर्क रेखा के कारण भी पड़ती है गर्मीः वैज्ञानिक बताते हैं कि कर्क रेखा गया से नजदीक से होकर गुजरती है. आपको बता दें कि कर्क रेखा बांगलादेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और गुजरात होकर गुजरती है. झारखंड के जिस क्षेत्र से होकर कर्क रेखा गुजरती है उस क्षेत्र से बिहार का गया जिला काफी नजदीक है. इसलिए भी ज्यादा गर्मी पड़ती है. कर्क रेखा उत्तरी गोलार्द्ध से 23.5 डिग्री नाॅर्थ पश्चिम से पूरब एक रेखा होती है. जिसे कर्क रेखा कहा जाता है.

नागपुर पठार नजदीक होने से ज्यादा गर्मीः कर्क रेखा जहां से गुजरती है वहां सूर्य की रोशनी लंबवत पड़ती है. इसलिए ज्यादा गर्मी पड़ती है. जहां से कर्क रेखा नहीं गुजरती है वहां सूर्य की रोशनी तिरछी पड़ती है. तिरछी रोशनी के कारण गर्मी कम पड़ती है. कर्क रेखा के कारण गया में सूर्य की रोशनी लंबवत पड़ती है और गर्मी का एहसास काफी ज्यादा होता है. एक और भौगोलिक स्थिति को देखें तो छोटा नागपुर पठार यहां से नजदीक है. एरिया डिस्टेंस काफी कम होने के कारण भी गर्मी पड़ती है

"गया में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है. 43 डिग्री सेल्सियस तापमान बीते शनिवार को दर्ज किया गया. यह पहाड़ से घिरा हुआ है और बिना पानी वाले चौड़े पाट वाले नदी हैं. बालू और पहाड़ बहुत जल्दी गर्म होते हैं और कर्क रेखा यहां से गुजरती है. कर्क रेखा गुजरने के कारण सूर्य की रोशनी लंबवत पड़ती है. यह सब कई कारण हैं, जिसके कारण गया में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है." -अमित कुमार सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर, मगध विश्वविद्यालय

यह भी पढ़ेंः बिहार में गर्मी इतनी कि चिड़ियाघर में लगाना पड़ रहा कूलर, खान पान का रखा जा रहा विशेष ध्यान - Heat Wave In Bihar

देखें रिपोर्ट.

गयाः बिहार में प्रचंड गर्मी से लोग परेशानी हैं लेकिन गया में गर्मी का सितम ही अलग होता है. गया एक ऐसा जिला है जहां सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है. तापमान की बात करें तो अन्य जिलों के मुकाबले यहां ज्यादा तापमान रहता है. गया का तापमान इन दिनों 43 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह रहा है. सूर्य की रोशनी और तेज गर्म हवा झुलसा देने वाली है. गया में इतनी ज्यादा गर्मी का कारण यहां की भगौलिक स्थिति है जिसके बारे में हर कोई नहीं जानता है.

भौगोलिक स्थिति सबसे बड़ा कारणः गया में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने के बारे में भूगोल व मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि यहां की भौगोलिक स्थिति अलग है. यह जिला पहाड़ों से घिरा हुआ है. चौड़े पाट वाला फाल्गु नदी है जिसमें पानी नहीं रहता है. बिना पानी वाली सूखी नदी होने के कारण तेज गर्मी पड़ती है. बालू और पहाड़ सूर्य की रोशनी में जल्दी गर्म होते हैं यही कारण है कि गया में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है. हालांकि रात में जब पहाड़ और बालू ठंडा हो जाता है तो शीतलता प्रदान होती है.

कर्क रेखा के कारण भी पड़ती है गर्मीः वैज्ञानिक बताते हैं कि कर्क रेखा गया से नजदीक से होकर गुजरती है. आपको बता दें कि कर्क रेखा बांगलादेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और गुजरात होकर गुजरती है. झारखंड के जिस क्षेत्र से होकर कर्क रेखा गुजरती है उस क्षेत्र से बिहार का गया जिला काफी नजदीक है. इसलिए भी ज्यादा गर्मी पड़ती है. कर्क रेखा उत्तरी गोलार्द्ध से 23.5 डिग्री नाॅर्थ पश्चिम से पूरब एक रेखा होती है. जिसे कर्क रेखा कहा जाता है.

नागपुर पठार नजदीक होने से ज्यादा गर्मीः कर्क रेखा जहां से गुजरती है वहां सूर्य की रोशनी लंबवत पड़ती है. इसलिए ज्यादा गर्मी पड़ती है. जहां से कर्क रेखा नहीं गुजरती है वहां सूर्य की रोशनी तिरछी पड़ती है. तिरछी रोशनी के कारण गर्मी कम पड़ती है. कर्क रेखा के कारण गया में सूर्य की रोशनी लंबवत पड़ती है और गर्मी का एहसास काफी ज्यादा होता है. एक और भौगोलिक स्थिति को देखें तो छोटा नागपुर पठार यहां से नजदीक है. एरिया डिस्टेंस काफी कम होने के कारण भी गर्मी पड़ती है

"गया में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है. 43 डिग्री सेल्सियस तापमान बीते शनिवार को दर्ज किया गया. यह पहाड़ से घिरा हुआ है और बिना पानी वाले चौड़े पाट वाले नदी हैं. बालू और पहाड़ बहुत जल्दी गर्म होते हैं और कर्क रेखा यहां से गुजरती है. कर्क रेखा गुजरने के कारण सूर्य की रोशनी लंबवत पड़ती है. यह सब कई कारण हैं, जिसके कारण गया में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है." -अमित कुमार सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर, मगध विश्वविद्यालय

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