पटनाः बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने अरविंद केजरीवाल के एक बयान पर पलटवार किया. इस दौरान उन्होंने सीएए का विरोध करने वाले को देश विरोधी बताया. कहा कि कुछ लोग देश के हितैषी नहीं हैं. वे लोग सनातनी विरोधी हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि ये लोग पाकिस्तान में प्रताड़ित हिन्दुओं के चेहरे पर खुशी नहीं देखना चाहते हैं.
विपक्ष पर साधा निशानाः विजय सिन्हा ने बताया कि इस कानून में वैसे अल्पसंख्यक जो पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान से भगाए गए हैं. भारत में जिन्हें शरण दिया गया है उन्हें नागरिकता देना है. बावजूद विपक्ष के लोग इसको लेकर कुछ से कुछ बयानबाजी कर रहे हैं जो कि गलत है. उन्होंने कहा कि विपक्ष नहीं चाहती है कि हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन धर्म के लोगों को भारत में नागरिकता मिले.
"जो देश के हितैषी नहीं हैं वही सीएए का विरोध कर रहे हैं. जो मां भारती और सनातन के संतानों, मां बेटियों को अपमानित करने का काम कर रहे हैं. वही सीएए का विरोध कर रहे हैं. सीएए नागरिकता देता है न कि किसी की नागरिकता छीनता है. हिन्दू पाकिस्तान के अंदर प्रताड़ित होते हैं तो एक शब्द नहीं बोलते हैं और आज जो वर्षों से आकर यहां रह रहे हैं और उन्हें नागरिकता मिल रही है तो कलेजा फट रहा है. ऐसे लोगों पर धिक्कार है जो लोगों के चेहरे पर खुशी नहीं देखना चाहते हैं." -विजय सिन्हा
विपक्ष का क्या कहना है? : देश में सीएए लागू होने के बाद बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और AIMIM एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी इसका विरोध कर रहे हैं. ममता बनर्जी ने यहां तक कहा कि जान दे देंगे लेकिन बंगाल में सीएए लागू नहीं होने देंगे. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह कानून देशहित में नहीं है.
क्या है सीएए? देश में 12 मार्च 2024 को सीएए लाया गया. सीएए यानि नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act). इस कानून में लोगों को भारत की नागरिकता देने के प्रावधान में बदलाव किया गया है. इसमें प्रावधन किया गया है कि 23 दिसंबर 2014 या उससे पहले जो गैर मुस्लिम शरणार्थी पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बाग्लादेश आदि मुस्लिम देश में प्रताड़ना के कारण भारत आकर रह रहे हैं उन्हें यहां की नागरिकता दी जाएगी.
तेजस्वी यादव पर निशानाः दूसरी ओर मीडिया ने विजय सिन्हा ने सवाल किया कि तेजस्वी यादव अपने 17 महीने के कार्यकाल का वीडियो बनाकर रिलीज किए हैं. इसपर उन्होंने कहा कि 17 महीने में उन्होंने बिहार में क्या किया वह जनता जानती है. राजद परिवारवाद की पार्टी है. भ्रष्टाचार करने वाली पार्टी है. अपराधियों को संरक्षण देने वाली पार्टी है. उन्हें यह भी कहना चाहिए कि किस तरह से उनके परिवार में नियुक्ति घोटाला किया गया. उन्हें लोगों को देना चाहिए कि जमीन लेकर कैसे नौकरी दी गई.
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