भोपाल: ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद 22 सितंबर से अयोध्या से गौ प्रतिष्ठा भारत यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं. यात्रा से पहले शंकराचार्य अयोध्या में गौ ध्वज की स्थापना करेंगे और फिर अलग-अलग प्रदेशों में जाएंगे. इस यात्रा का उद्देश्य है कि गौ माता को पशुओं की सूची से हटाया जाए और गौ हत्या बंद की जाए. शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि केन्द्र और राज्य की सरकारें गौ माता को पशु की सूची से हटाएं. उन्होंने कहा कि देश में जो गौ हत्या हो रही हैं वो दोष भी है, पाप भी है और अपराध भी है. देश में गौ हत्या को दंडनीय अपराध घोषित करने की उनकी मांग है.
'पशुओं की सूची से गौ माता को बाहर निकालें'
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि "गौ माता जब हम कहते हैं तो गाय को माता का दर्जा देते हैं. लेकिन केन्द्र और राज्य की सरकारों ने गौ माता को पशु की सूची में दर्ज किया हुआ है. आज की सरकारें उन्हें पशु की सूची से हटाएं. आदरणीय के रूप में गायों को रखें. उन्होंने कहा कि जो गौ हत्या हो रही है, वो दोष भी है, पाप भी है और अपराध भी है. भावनाओं पर आघात भी है, ऐसे में गौ हत्या को रोकना चाहिए. गौ हत्या को दंडनीय अपराध घोषित करना चाहिए. इसी मांग के लिए पूरे देश में हम तरह तरह के कार्यक्रम कर रहे हैं. गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के अंतर्गत भारत के अलग-अलग प्रदेशों में जाएंगे. अयोध्या में 22 सितंबर को गौ ध्वज की स्थापना करेंगे इसके बाद यहीं से गौ प्रतिष्ठा भारत यात्रा की शुरुआत होगी और अलग-अलग प्रदेशों में जाएंगे."
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गौ-वध रोकने पदयात्रा कर चुके हैं शंकराचार्य
इसके पहले गौ वध रोकने की मांग को लेकर 14 मार्च से 28 मार्च तक शंकराचार्य महाराज गोवर्धन गिरिराज से दिल्ली तक नंगे पैर पदयात्रा कर चुके हैं. अब दूसरे चरण में गौ प्रतिष्ठा भारत यात्रा निकाली जा रही है. 22 सितंबर से शुरू हो रही इस यात्रा में भारत के 36 प्रदेशों की राजधानियों में गौ प्रतिष्ठा ध्वज की स्थापना की जाएगी. इसी कार्यक्रम के तहत यह यात्रा 8 अक्टूबर को मध्य प्रदेश पहुंचेगी और शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज भोपाल में धर्म सभा को संबोधित करेंगे. इन यात्राओं में ज्यादा से ज्यादा गौ भक्तों के शामिल होने की अपील की गई है. यात्रा की शुरुआत अयोध्या से होगी.