भोपाल। एमपी के सरकारी स्कूलों में अब प्री-नर्सरी क्लासेस की शुरुआत होगी. इसके लिए 18 जून से स्कूलों में नामांकन प्रक्रिया शुरु होने वाली है. 2024-25 सत्र में प्रदेश के 4,473 सरकारी स्कूलों से प्री-नर्सरी क्लासेस की शुरुआत होने जा रही है. हालांकि जिन सरकारी स्कूलों के परिसर में आंगनबाड़ियों का संचालन किया जा रहा है, उन स्कूलों में प्री-नर्सरी क्लासेस नहीं शुरु होंगी. तीन वर्ष की आयु से बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा.
3 से 5 वर्ष के बच्चे ले सकेंगे एडमिशन
सरकारी स्कूलों में प्री-नर्सरी कक्षाओं को लेकर राज्य शिक्षा केंद्र ने शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया है. इसमें कहा गया है, कि प्री-नर्सरी कक्षाओं में प्रवेश के लिए 3 से 5 वर्ष की आयु सीमा अनिवार्य है. ऐसे बच्चों के अभिभावक 18 जून के बाद स्कूलों में पहुंचकर बच्चे का नामांकन करवा सकते हैं. वहीं प्री-नर्सरी कक्षाओं की पढ़ाई एक जुलाई से शुरु होगी.
एमपी में 2019-20 से जारी है प्री-प्रायमरी एजुकेशन
राज्य शिक्षा केंद्र प्री-प्रायमरी एजुकेशन के तहत वर्ष 2019-20 से केजी-1 व केजी-2 कक्षाएं संचालित कर रहा रहा है. इस वर्ष से शासकीय स्कूलों में नर्सरी क्लासेस शुरू करने जा रहा है. इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र के सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किए है. इसमें कहा है कि वर्ष 2024-25 सत्र के लिए समग्र शिक्षा की वार्षिक कार्ययोजना में 4473 विद्यालयों में पूर्व प्राथमिक कक्षाएं शुरू करने की स्वीकृति शासन ने दी है.
इन 5 जिलों से हुई थी प्री-प्रायमरी एजुकेशन की शुरुआत
पहले पांच जिलों भोपाल, छिंदवाड़ा, सीहोर, सागर और शहडोल के 1415 विद्यालयों में केजी 1 और केजी 2 कक्षाएं सत्र 2019-20 से संचालित की गई थीं. इन स्कूलों में भी अब इन कक्षाओं के साथ 3 से 4 साल की उम्र वर्ग के बच्चों के लिए नर्सरी की कक्षाएं संचालित की जाएगी. विभाग ने साफ कर दिया है कि जिन स्कूल परिसरों में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं, उनमें प्री-नर्सरी क्लासें संचालित नहीं की जाएगी.
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नर्सरी कक्षाओं में नहीं पढ़ाएंगे 52 वर्ष से अधिक के शिक्षक
नर्सरी क्लास में पढ़ाने के लिए शासन ने शिक्षकों की उम्र सीमा भी तय कर दी है. इसमें कहा गया है कि जिन स्कूलों में एडमिशन दिया जाना है, उसमें हर स्कूल में कम से कम दो अलग शिक्षकों का इंतजाम होना चाहिए. शिक्षक-शिक्षिका की उम्र 52 वर्ष से कम हो. शिक्षक बच्चों के साथ स्कूल एक्टिविटी करने में सक्षम हों और रुचि रखते हों. प्री प्रायमरी क्लास में पढ़ाने का अनुभव हो. चयन में महिला शिक्षिका को प्राथमिकता दी जाएगी.