भोपाल। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए जारी उम्मीदवारों की सूची में भोपाल से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर का टिकट काट दिया है. प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपने विवादित बयानों के लिए चर्चाओं में रही हैं. हालांकि टिकट काटे जाने को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि 'टिकट देना या ना देना यह संगठन का फैसला है. मैंने पहले भी टिकट नहीं मांगा था और ना अब टिकट मांगा है. जब उनसे टिकट काटे जाने की वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि हो सकता है, मैंने कुछ ऐसे शब्दों का उपयोग किया हो जो मोदी जी को पसंद ना आए हो.'
क्या 5 साल पहले के बयान से काटा साध्वी का टिकट?
बीजेपी द्वारा शनिवार को जारी उम्मीदवारों की सूची में मध्य प्रदेश की 24 सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान किया है. जारी की गई सूची में मध्य प्रदेश के 6 सांसदों के टिकट काटे गए हैं. इसमें गुना से केपी यादव, ग्वालियर से विवेक शेजवलकर, सागर से राजबहादुर सिंह, विदिशा से रमाकांत भार्गव, रतलाम से गुमान सिंह डामोर और भोपाल से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का टिकट काटा गया है. भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपने पूरे कार्यकाल के दौरान बयानों की वजह से विवादों में रही हैं.
साध्वी प्रज्ञा लोकसभा चुनाव में उतरने के दौरान ही अपने बयानों को लेकर विवादों में घिर गई थीं. यहां तक कि उनके एक बयान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने भी कड़ी नाराजगी जताई थी. 2019 के लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के पहले साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था. उनके बयान पर उठे विवाद के बाद पार्टी ने उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया था. विवाद के कुछ समय बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में साध्वी प्रज्ञा के बयान को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा था कि 'भले ही उन्होंने माफी मांग ली हो, लेकिन मैं दिल से कभी उन्हें माफ नहीं कर पाऊंगा.'
प्रज्ञा बोली टिकट पार्टी का फैसला
लोकसभा चुनाव में साध्वी का टिकट कटने की वजह उनका विवादित बयान माना जा रहा है. बीजेपी की सूची जारी होने के बाद भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर से जब सवाल किया गया कि उनका टिकट क्यों काटा तो उन्होंने कहा कि 'हो सकता है मैंने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर लिया जो मोदी जी को पसंद ना आए हो.' उन्होंने कहा कि 'टिकट देना या ना देना यह संगठन का फैसला है ये नहीं सोचना चाहिए कि टिकट क्यों काटा, कैसे काटा, मैंने तो पहले भी टिकट नहीं मांगा था और इस बार भी टिकट नहीं मांगा.'
गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान को बताया सत्य
साध्वी प्रज्ञा ने पूर्व में दिए बयान को लेकर कहा कि 'मैंने उस बयान के लिए पहले ही माफी मांग ली थी. मेरा सत्य बोलना विरोधियों और कांग्रेस के लोगों को खटकता है और मेरी आड़ लेकर वे मोदी जी पर निशाना साधते हैं. हालांकि जब साध्वी से उनके गोडसे वाले बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने जो भी कहा सत्य कहा, लेकिन मीडिया ने उस बयान को विवादित बताकर मुद्दे को हवा दी. साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि पार्टी मुझे जो जिम्मेदारी देगी. वह उसे पूरी ईमानदारी से निभाएंगी. पार्टी को जहां मेरी जरूरत पड़ेगी, मैं पूरी मजबूती के साथ खड़ी रहूंगी.'