भोपाल/आजमगढ़। यूपी के यादव वोटर्स को साधने और सेंधमारी के लिए बीजेपी ने कमर कस ली है.यूपी के मिशन 80 के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है.इसके लिए एमपी के सीएम मोहन यादव को भी की जिलों की कमान सौंपी गई है.उन्हें यादव बाहुल्य जिलों में यादव वोटरों को अपने पक्ष में करते हुए माहौल बनाने की चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है.
सीएम मोहन यादव का यूपी कनेक्शन
एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव का यूपी से केवल यादव कनेक्शन ही नहीं है बल्कि उनका जुड़ाव जड़ों का भी है. क्या लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने यूपी में अखिलेश यादव को चुनौती देने जमीन इस तरह से तैयार कर ली है. यूपी के आज़मगढ पहुंचे मोहन यादव ने खुलासा किया कि जिस आजमगढ़ में वे प्रवास पर पहुंचे हैं. चार सौ साल पहले यहीं से उनके पूर्वज निकले थे.
यूपी के यादव वोटर्स में सेंधमारी की तैयारी
आजमगढ़ समेत यूपी के यादव बाहुल्य वाले जिलों में क्या अब बीजेपी एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव के जरिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ाएगी. क्लस्टर मीटिंग के लिए आजमगढ़ पहुंचे सीएम डॉ यादव ने अब यूपी से जो कनेक्शन बताया है. उसके बाद ये सवाल उठना लाजिमी है. असल में यूपी के आजमगढ़ पहुंचे डॉ मोहन यादव ने बताया कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि बीजेपी के अखिल भारतीय प्रवास के कार्यक्रम के अंतर्गत सगठन के कार्यक्रमों के साथ तीन अलग-अलग बैठकों में शामिल हो रहा हूं.
'उत्तरदायित्व को पूरा कर रहे'
कार्यकर्ता होने के नाते राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हमारे प्रवास बनाए हैं उसी सिलसिले में मैं आजमगढ़ में हूं. मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि कार्यकर्ता के रूप में उन्हें जवाबदारी दी गई है. उन्हें जो उत्तरदायित्व दिया है उसे पूरा कर रहे हैं और यूपी तो पूरे देश को लीड कर रहा है. उन्होंने कहा कि जनता तय कर चुकी है कि देश में तीसरी बार भी मोदी सरकार को ही सत्ता सौंपनी है. सीएम मोहन यादव ने ये खुलासा भी किया कि आजमगढ़ से उनका पुराना नाता है.
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अलग-अलग इलाकों में जा रहे नेता
मोहन यादव यूपी के एक दिन के दौरे पर आजमगढ़ पहुंचे थे. असल में ये बीजेपी के नेताओं के राष्ट्रीय प्रवास कार्यक्रम का ही हिस्सा है, जिसमें नेता अलग-अलग इलाकों में जा रहे हैं. यूपी में यादव समाज की आबादी के मद्देनजर उन्हें आजमगढ़ जैसे इलाके में भेजा गया, जिसकी गिनती यादव बाहुल्य इलाके के तौर पर होती है.